हेल्थ सिस्टम पर सवाल: डॉक्टर पर रुपये मांगने का आरोप, किशोरी ने किया आत्महत्या का प्रयास

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। जिला अस्पताल में शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब गोला रोड निवासी एक किशोरी ने शैंपू पीकर आत्महत्या का प्रयास किया। आत्मघाती कदम उठाने से पहले किशोरी ने 5 मिनट 42 सेकंड का एक वीडियो बनाया, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। किशोरी का आरोप है कि रविवार से उसका भाई भर्ती है, लेकिन 15 हजार रुपये की मांग पूरी न करने पर भाई के पैर का ऑपरेशन नहीं किया जा रहा। गाली-गलौज कर भर्ती काट देने की धमकी दी जा रही है।
 
शहर के गोला रोड निवासी सौम्या शर्मा ने जिला अस्पताल से वीडियो जारी करते हुए कहा है कि उसके माता-पिता बाहर रहकर मजदूरी करते हैं। वह अपने भाई हर्षित शर्मा के साथ रहती है। उसके भाई का एक्सीडेंट हुआ था, जिसमें उसका पैर टूट गया था। पहली नवंबर को उसने भाई को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां डॉ. शरद वर्मा ने पैर में लोहे की रॉड आदि डालने के नाम पर उससे 12000 रुपये ले लिए थे, लेकिन इसके बाद भी ठीक से ऑपरेशन नहीं किया गया। पैर फिसलने से भाई का पैर फिर फ्रैक्टर हो गया। उसकी हड्डी भी बाहर निकल आई। उसने रविवार को अपने भाई को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। 

आरोप है कि डॉक्टर ने ऑपरेशन के नाम पर दोबारा 15 हजार रुपये मांगे। उसने अपनी मजबूरी बताई और कहा कि उसके माता-पिता बाहर रहकर मजदूरी करते हैं। वह काफी गरीब है। इतने रुपयों का इंतजाम नहीं कर सकती है। काफी खुशामद करने के बाद भी डॉक्टर नहीं माने और उसके भाई का ऑपरेशन नहीं किया। किशोरी का कहना है कि डॉ. शरद वर्मा रुपये कम करने के लिए किसी भी कीमत पर तैयार नहीं हुए। आरोप है कि डॉक्टर के साथ रहने वाला फैज नाम कर प्राइवेट युवक रोज उसे परेशान कर रहा है। रुपये की मांग करता है। रुपये न देने पर ऑपरेशन न हो पाने और भर्ती कटवा देने की धमकी देता है। 

शैंपू पीने से पहले 5 मिनट 42 सेकेंड के जारी इस वीडियो में सौम्या शर्मा ने कहा कि शुक्रवार को कुछ मीडिया वाले आए थे, हालांकि उसने उन्हें नहीं बुलाया था। मीडिया वालों के पूछने पर उसने आप बीती बताई थी। इससे डॉ. शरद और उनका निजी साथी फैज भड़क गए। दोनों ने सके साथ गाली गलौज, अभद्रता की। उसके भर्ती भाई के साथ मारपीट की कोशिश भी की गई। अस्पताल प्रशासन ने उसके भाई को दूसरे अस्पताल रेफर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी। इससे वह मानसिक रूप से टूट गई और उसने यह कदम उठा लिया। घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग में अफरातफरी मच गई। किशोरी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं।
 
पहले भी विवादित रहे हैं डॉ. शरद
जिला अस्पताल के रिश्वत मांगने के आरोपी डॉ. शरद वर्मा पहले से ही विवादित रहे हैं। बताया जाता है कि वह जब लखीमपुर में ही पीएचसी झाऊपुर में तैनात थे। तब भी अक्सर ड्यूटी से गायब रहते थे। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने प्रदेश के 31 डॉक्टरों में शामिल डॉ. शरद वर्मा को भी नोटिस जारी किया था। इन पर ड्यूटी से गायब रहने का आरोप लगा था। डॉ. शरद पर बॉन्ड नियमों के उल्लंघन का भी आरोप लगा था। बॉन्ड नियमों का अनुपालन न करते हुए ही ये अनुपस्थित रहे थे।

वीडियो वायरल होने के बाद मचा हड़कंप 
किशोरी के आत्महत्या की कोशिश से पूर्व बनाए गया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जिला अस्पताल से लेकर प्रशासनिक अमले में भी हड़कंप मचा हुआ है। बताया जाता है कि डॉक्टर अब पीड़ित किशोरी और उसके भाई को प्रलोभन देकर बयान बदलवाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन किशोरी अपनी बात पर अडिग है। बहरहाल उसका जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। सीएमएस डॉ. आरके कोली ने बताया कि मरीज का पैर री फ्रैक्चर हुआ था। इंप्लांट में करीब 14 से 15 हजार रुपये लगता है। इससे किशोरी परेशान हो गई। किशोरी का इलाज चल रहा है। उसके भाई को भी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। 

करीब 10 शैंपू के पाउच गिलास में डालकर गटका 
किशोरी के बनाए गए वीडियो में वह आठ से 10 शैंपू के पाउच हाथ में पकड़े बैठी हुई दिख रही है। अपनी पूरी आप बीती बताने के बाद उसने पाउचों को पास में रखे एक स्टील के गिलास में खोलकर डाला। उसके बाद अपनी मौत का जिम्मेदार सीएमएस आरके कोली, डॉ, शरद वर्मा और डॉ. के निजी व्यक्ति शैफ को जिम्मेदार बताते हुए उसे गटक लिया। इसके बाद उसकी हालत खराब हो गई। उसे आनन-फानन में इमरजेंसी लाया गया, जहां उसका उपचार चल रहा है।

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