पाकिस्तानी राष्ट्रपति जरदारी का बड़ा कबूलनामा : ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान बंकर में छिपने की मिली थी सलाह
लाहौर। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने खुलासा किया है कि उन्हें इस साल मई में भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान “बंकर में छिपने” की सलाह दी गई थी। जरदारी ने यह खुलासा अपनी पत्नी और पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की 18वीं पुण्यतिथि के मौके पर सिंध प्रांत के लरकाना में एक कार्यक्रम में किया। सत्ताईस दिसंबर 2007 को रावलपिंडी में बेनजीर भुट्टो की हत्या कर दी गई थई।
उन्होंने कहा, “मेरे एमएस (सैन्य सचिव) मेरे पास आए और कहा, 'सर, युद्ध शुरू हो गया है। मैंने उन्हें चार दिन पहले ही बता दिया था कि युद्ध होने वाला है। उन्होंने कहा, 'सर, हमें एक बंकर में चले जाना चाहिए ... मैंने कहा, 'अगर शहादत आनी है, तो यहीं आएगी। नेता बंकरों में नहीं मरते। वे युद्धभूमि में मरते हैं। वे बंकरों में बैठकर नहीं मरते।” भारत ने सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया था।
यह कार्रवाई पहलगाम हमले के प्रतिशोध में की गई थी, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। इस हमले के बाद चार दिन तक दोनों देशों के बीच भीषण झड़पें हुईं, जो 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने के समझौते के साथ समाप्त हुई। जरदारी ने कहा, “पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन पूरी तरह से अपनी रक्षा के लिए तैयार है।” राष्ट्रपति जरदारी ने सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर की सराहना की और कहा कि यह भारत को दिया गया “उचित जवाब” था।
जरदारी ने यह दावा भी किया कि अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान के रुख को स्वीकार कर रहा है और यहां तक कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी मुनीर की सराहना की थी। उन्होंने यह दावा भी किया कि पीपीपी (पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी) ने ही मुनीर को फील्ड मार्शल बनवाया। उन्होंने कहा, “हमने, पीपीपी, ने जनरल मुनीर को फील्ड मार्शल बनवाया।’’ जरदारी के बेटे और पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी इस अवसर पर बात की।
पहलगाम हमले का प्रतिशोध
यह पूरी कार्रवाई मई 2025 में पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले के प्रतिशोध में की गई थी, जिसमें 26 निर्दोष भारतीय नागरिकों की जान गई थी। भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के जरिए यह स्पष्ट संदेश दिया है कि नई दिल्ली अब आतंकी हमलों के खिलाफ 'शून्य सहनशीलता' (Zero Tolerance) की नीति पर काम कर रही है और वह सीमा पार दुश्मन के गढ़ में घुसकर हमला करने में सक्षम है।
