थाना-सर्किल- पुलिस लाइन में हो बेहतर समन्वय, पुलिस बल का रहे दोस्ताना व्यवहार, यूपी पुलिस को सीएम योगी ने दिए कई सुझाव

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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राज्य ब्यूरो/लखनऊ, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश के पुलिस जवानों को एक अभिभावक की तरह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई सुझाव दिए। योगी ने थाना, सर्किल, पुलिस लाइन में भी बेहतर समन्वय पर जोर दिया। कहा कि घटना घटित होती है तो थाना इंचार्ज को जवाबदेह बनाते हैं। सर्किल की भूमिका और समन्वय में कितना योगदान दे रहा है, हमने कभी उस पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर तीनों में बेहतर समन्वय बना लें तो सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में यह बड़ा योगदान दे सकता है।

यह भी कहा कि पुलिस बल का दोस्ताना व्यवहार व संवेदना आमजन की समस्या का समाधान करती है और उनके मन में पुलिस के प्रति बेहतर धारणा भी बनाती है। बोले, हमने प्रयास किया कि राजनीतिक हस्तक्षेप न्यूनतम रहे। आपको कार्य करने की स्वतंत्रता दी गई है, ताकि आप परफॉर्म कर सकें। मुख्यमंत्री ने पुलिस कर्मियों के दायित्व पर भी चर्चा की। अब औसतन पुलिस अधिकारी न्यूनतम दो वर्ष तक जनपद-रेंज में सेवा देते हैं, पिछले आंकड़ों बताते हैं कि पहले एक महीने, तीन-चार महीने या कुछ ही दिन में स्थानांतरण हो जाता था। जब तक वह सामाजिक और भौगोलिक स्थिति को समझते, उससे पहले ही बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता था। इससे अव्यवस्था पैदा होती थी, लेकिन अब स्थिरता दी गई।

मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि मैं अलग-अलग तबके से बात करता हूं। अच्छे पुलिस अधिकारी का स्थानांतरण होता है तो आमजन सिफारिश करते हैं कि अच्छा अधिकारी था, लेकिन जब गलत व्यक्ति को हटाया जाता है तो पब्लिक हमें धन्यवाद देती है कि इस बला को टाल दिया। हम दोनों स्थितियों को फेस करते हैं और आमजन से कहते हैं कि अच्छे अधिकारी को दूसरी जगह भी काम करना चाहिए। अन्य जगहों पर भी अच्छाई का लाभ मिले। प्रयास करना चाहिए कि अपने आचरण और व्यवहार से उसे और सुदृढ़ करें।

सीएम योगी ने पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों का किया सम्मान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पदक अलंकरण समारोह में पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित

वर्ष 2022

प्रभाकर चौधरी – डीआईजी- अलीगढ़ परिक्षेत्र
विनय चंद्रा- अपर पुलिस अधीक्षक- अभिसूचना मुख्यालय उप्र.
रविंद्र प्रताप सिंह- निरीक्षक- मुरादाबाद
दिनेश कुमार डांडियाल- निरीक्षक- अधिसूचना विभाग
मनु चौधरी-निरीक्षक यूपीपीसीएल गाजियाबाद

वर्ष 2023

शैलेश कुमार पांडेय-डीआईजी- आगरा परिक्षेत्र
विशाल विक्रम सिंह- अपर पुलिस अधीक्षक- एसटीएफ
विशाल संगारी- निरीक्षक- सीतापुर
मनोज चिकारा- मुख्य आरक्षी- गौतमबुद्धनगर
सुश्री शैलेष कुंतल- महिला आरक्षी

वर्ष 2024

अनुराग आर्य-एसएसपी- बरेली
विमल कुमार सिंह- पुलिस उपाधीक्षक- एसटीएफ
अरुण कुमार- मुख्य आरक्षी- एसटीएफ

वर्ष 2025

कृष्ण कुमार-पुलिस अधीक्षक संभल
प्रेम शुक्ला-पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ
प्रियांशी प्रजापति- महिला आरक्षी कमिश्नरेट आगरा
मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित

वर्ष 2022

प्रभाकर चौधरी – डीआईजी- अलीगढ़ परिक्षेत्र
विनय चंद्रा- अपर पुलिस अधीक्षक- अभिसूचना मुख्यालय उत्तर प्रदेश
रविंद्र प्रताप सिंह- निरीक्षक- मुरादाबाद
दिनेश कुमार डांडियाल- निरीक्षक- अधिसूचना विभाग
मनु चौधरी-निरीक्षक यूपीपीसीएल गाजियाबाद

वर्ष 2023

शैलेश कुमार पांडेय-डीआईजी- आगरा परिक्षेत्र
विशाल विक्रम सिंह- अपर पुलिस अधीक्षक- एसटीएफ
विशाल संगारी- निरीक्षक- सीतापुर
मनोज चिकारा- मुख्य आरक्षी- गौतमबुद्धनगर
सुश्री शैलेष कुंतल- महिला आरक्षी

वर्ष 2024

अनुराग आर्य-एसएसपी- बरेली
विमल कुमार सिंह- पुलिस उपाधीक्षक- एसटीएफ
अरुण कुमार- मुख्य आरक्षी- एसटीएफ

वर्ष 2025

कृष्ण कुमार-पुलिस अधीक्षक संभल
प्रेम शुक्ला-पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ
प्रियांशी प्रजापति- महिला आरक्षी कमिश्नरेट आगरा

विभिन्न सत्रों में इन विषयों का किया गया प्रस्तुतिकरण

पुलिस मंथन कार्यक्रम के तहत सत्र 8 में आपदा प्रबंधन, सिविल डिफेंस एवं होम गार्ड्स, सत्र 9 में विशाल जनसमूह (भीड़) प्रबंधन, सत्र 10 में खुफिया तंत्र एवं उभरती चुनौतियां जैसे सोशल मीडिया/एनजीओ तथा नेपाल सीमा, सत्र 11 में आतंकवाद-रोधी, मादक पदार्थ, गो-तस्करी एवं अन्य संगठित अपराध आदि विषयों पर प्रस्तुतिकरण किया गया।

मुख्यमंत्री की हिदायत, जनप्रतिनिधियों का फोन रिसीव करें

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को पुलिस हेडक्वार्टर में आयोजित सम्मेलन के समापन समारोह में पुलिस मंथन के अभिनव प्रयास के लिए डीजीपी व उनकी टीम को बधाई दी। इस कड़ी में उन्होंने संवाद पर जोर देते हुए कहा कि थानाध्यक्ष, हल्का दरोगा, सर्किल इंचार्ज, जिले के कप्तान, रेंज व जोन के अधिकारियों को भी अलग-अलग तबके के साथ संवाद स्थापित करना चाहिए। त्योहारों पर पीस कमेटी की बैठक बुलाते हैं, लेकिन अन्य अवसरों पर भूल जाते हैं। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि कोई भी जनप्रतिनिधि गलत कार्य के लिए नहीं बोलता है। उन्हें वास्तविक स्थिति से अवगत कराएं, उनका फोन रिसीव करें।

जनता दर्शन से मुझे पता चलती है जमीनी हकीकत

सीएम ने थाना प्रबंधन के सत्र का जिक्र करते हुए कहा कि यह हमारी नींव है। आमजन के प्रति हमारा व्यवहार केवल संवेदनशीलता को ही प्रदर्शित नहीं करता, बल्कि ह्यूमन इंटेलिजेंस का भी माध्यम बनता है। मेरे पास जो भी सूचना आती है, अधिकांश की हकीकत ह्यूमन इंटेलिजेंस से ही पता चलती है। जनता दर्शन में मैं इसलिए ही नियमित रूप से जाता हूं। फरियादी सिर्फ शिकायत नहीं करता, बल्कि उसके प्रार्थना पत्र और पीड़ा को देख जमीनी हकीकत का पता चलता है।

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