New Year 2026 : शिवकृपा से शुरू होगा नया साल, व्रत का संयोग

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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नववर्ष के पहले दिन ही भक्त रखेंगे साल का पहला प्रदोष व्रत

कानपुर, अमृत विचार। नववर्ष के पहले दिन बेहद खास संयोग बन रहा है। साल के पहले ही दिन भक्तों को प्रदोष व्रत रखने का मौका मिल रहा है। शिवभक्त इस संयोग को बेहद खास मानते हुए वर्ष को शिवकृपा मानकर चल रहे हैं। उधर ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि साल का पहला दिन गुरुवार होने के कारण भगवान शिव और नारायण की पूजा आराधना करने से दोगुनी फल की प्राप्ति होगी। 

गुरुवार और प्रदोष व्रत का संयोग होने से इसे गुरु प्रदोष व्रत कहा जाएगा, यह अत्यंत खास संयोग है। वैदिक विभूषण ज्योतिषाचार्य पं. मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया कि 1 जनवरी 2026 को भगवान शिव और विष्णु की पूजा का संयोग भक्तों को सुख, समृद्धि, रोग मुक्ति और मोक्ष प्रदान करने वाला रहेगा।

हिंदू मान्यताओं के मुताबिक, नववर्ष के पहले ही दिन पूजा-पाठ करना अत्यंत शुभ होता है। इससे जीवन में सुख-समृद्धि वास करती है और साधक का भाग्योदय भी होता है। इस वर्ष 1 जनवरी को प्रदोष व्रत है। इसलिए भगवान शिव की उपासना कर जलाभिषेक करना लाभकारी रहेगा। इससे घर-परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। 
उन्होंने बताया कि इस विशेष संयोग के दौरान जरूरतमंदों को दान करना पुण्य का कार्य माना जाता है। साल के पहले दिन अच्छे विचारों के साथ जरूरतमंद लोगों को कपड़ा, अन्न का दान, कंबल और ऊनी कपड़े का दान करना बेहद शुभ माना जाता है। नववर्ष के दिन श्रद्धा भाव से जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र  का दान करना शुभ होता है। 

इससे देवी-देवताओं की कृपा और पुण्य फलों की प्राप्ति होती हैं। दान करने से कुंडली के कुछ दोष भी शांत होते हैं। ऐसे में साल के पहले दिन दान करना कल्याणकारी हो सकता है। साल के पहले दिन संकल्प लेना अत्यंत लाभकारी माना जाता है।

खासतौर पर करियर, व्यापार, नौकरी, प्रेम जीवन या अन्य किसी कार्य के लिए कुछ संकल्प इस संयोग पर निर्धारित करने से लाभ हासिल हो सकता है। यह बेहद शुभ होता है। इसके साथ ही व्यक्ति पूरा वर्ष उन्नति के मार्ग पर आगे बढ़ता है।

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