हल्द्वानी: छह करोड़ से संवरेगा सातताल झील का सौंदर्य
हल्द्वानी, अमृत विचार। नैनीताल जिला प्रशासन ने सातताल झील को पर्यटन डेस्टिनेशन बनाने की कवायद शुरू कर दी है। झील विकास प्राधिकरण ने छह करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाया है। इसके अंतर्गत झील का बच्चों से बुजुर्गों के मनोरंजन के लिहाज से सौंदर्यीकरण और विकास किया जाएगा। नैनीताल जनपद में पर्यटन का बोझ सरोवर नगरी …
हल्द्वानी, अमृत विचार। नैनीताल जिला प्रशासन ने सातताल झील को पर्यटन डेस्टिनेशन बनाने की कवायद शुरू कर दी है। झील विकास प्राधिकरण ने छह करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाया है। इसके अंतर्गत झील का बच्चों से बुजुर्गों के मनोरंजन के लिहाज से सौंदर्यीकरण और विकास किया जाएगा।
नैनीताल जनपद में पर्यटन का बोझ सरोवर नगरी नैनीताल और नैनी झील पर ही पड़ता है। भीमताल, सातताल, नौकुचियाताल आदि खूबसूरत झीलें होने के बाद भी पर्यटन डेस्टिनेशन नहीं बन पाई हैं। इधर जिला प्रशासन ने मुख्यालय से 21 किमी दूर सातताल को पर्यटन डेस्टिनेशन बनाने के लिए योजना बनाई है। छह करोड़ से बनने वाली इस योजना में झील के चारों ओर चाहरदीवारी से मुख्य द्वार तक के सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इस प्रस्ताव पर मुहर लग गई है। जल्द ही इस योजना पर काम शुरू हो जाएगा।
ऐसे बनाया जाएगा सातताल को पर्यटन डेस्टिनेशन
झील किनारे लैंड स्कैपिंग बनाई जाएगी
झील किनारे डेवलपमेंट किया जाएगा ताकि पर्यटकों को सुविधा हो
बच्चों के लिए चिल्ड्रेन पार्क होगा जिसमें झूले वगैरह का आनंद लेंगे
पर्यटकों के खानपान के लिए दुकानों का निर्माण होगा
पर्यटकों की फोटोग्राफी और झील की सुंदरता के लिए व्यू प्वाइंट होगा
सातताल का है पौराणिक महत्व
सातताल का पौराणिक महत्व है। यह झील राम ताल, लक्ष्मण ताल, सीता ताल, हनुमान ताल, पूर्ण ताल या पन्ना ताल, गरुड़ ताल और सूखाताल से मिलकर बनी है। पौराणिक कथाओं के अनुसार राजा नल एवं उनकी धर्मपत्नी दमयंती के नाम से इस झील का नाम सातताल पड़ा है।
