बरेली: सड़क घोटालों को दबाए अफसरों के खिलाफ मेयर ने खोला मोर्चा

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बरेली, अमृत विचार। नगर निगम के निर्माण विभाग ने बीते कुछ सालों में जिन सड़कों के निर्माण कराए हैं, उनके समय से पहले टूटने और खस्ताहाल हो जाने के बाद नगर निगम के इंजीनियरों की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इन सड़कों में गड़बड़ी और घोटालों को लेकर मेयर उमेश गौतम ने फिर …

बरेली, अमृत विचार। नगर निगम के निर्माण विभाग ने बीते कुछ सालों में जिन सड़कों के निर्माण कराए हैं, उनके समय से पहले टूटने और खस्ताहाल हो जाने के बाद नगर निगम के इंजीनियरों की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इन सड़कों में गड़बड़ी और घोटालों को लेकर मेयर उमेश गौतम ने फिर से मोर्चा खोल दिया है।

उनका कहना है कि सड़क निर्माण में गड़बड़ी करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ नगर आयुक्त व मुख्य अभियंता को न जानें कितनी बाद चिट्ठी जारी कर चुके हैं, लेकिन उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई तो दूर उन्हें ब्लैक लिस्ट तक नहीं किया गया है। अधिकारियों को यह अंतिम मौका दिया गया है। अगर अब भी सुनवाई नहीं हुई तो ये सभी मामले मुख्यमंत्री कार्यालय में भेज दिए जाएंगे।

नगर निगम ने दो साल के दौरान कई सड़कों के निर्माण कराए हैं, उनमें कई सड़कों की गुणवत्ता इतनी ज्यादा खराब है कि वे कुछ महीनों में ही दोबारा उधड़ने लगी हैं। कुछ सड़कों की हालत तो ऐसी है, जिन्हें देखकर ऐसा नहीं लगता कि उनका निर्माण जल्द ही कराया गया है। सड़क घोटालों की जांच कराने को लेकर मेयर उमेश गौतम कई महीने से नगर निगम के मुख्य अभियंता निर्माण बीके सिंह व नगर आयुक्त अभिषेक आनंद को लिखा-पढ़ी कर रहे हैं लेकिन इस पर कोई कार्रवाई अब तक नहीं की गई है।

मेयर का कहना है कि बार-बार चिट्ठी भेजने के बावजूद संबंधित फर्मों व ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है‌? यह समझ में नहीं आ रहा है। अफसरों को यह अंतिम मौका दिया गया है। इसके बाद पूरा प्रकरण मुख्यमंत्री को भेज दिया जाएगा।

मेयर के पत्र, जो रहे बेअसर

  • मेयर ने 7 अक्टूबर 2020 को मुख्य अभियंता को पत्र भेजा था, जिसमें वार्ड संख्या 7,12 और 40 में सड़क के निर्माण मानक के अनुरूप न कराए जाने का खुलासा किया गया था।
  • करीब एक साल पहले 1 जून को वार्ड 77 व 65 में सीसी सड़क बनाई गई लेकिन यह सड़क कुछ ही महीने में खराब हो गई। मेयर ने इसमें मुख्य अभियंता को ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करने को कहा था।
  • इस साल 7 जनवरी को मेयर की चिट्ठी में वार्ड 12 सिठौरा टेंडर के छह माह बाद भी सड़क का निर्माण न होने पर संबंधित ठेकेदार पर कार्रवाई करने के लिए कहा गया था।
  • 11 जून 2021 को मेयर ने मुख्य अभियंता को चिट्ठी लिखकर बताया कि वार्ड 60 में 2017 में निर्माण कार्य स्वीकृत हुआ था लेकिन इसे अधूरा छोड़ दिया गया है। चार साल यह रोड अधूरी होने से ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने को कहा गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

    9 जून 2021 को मेयर ने चिट्ठी भेजी, जिसमें उन्होंने वार्ड 21 में दो साल पहले बनी सड़क के उखड़ जाने की बात कही गई। ठेकेदार को अब तक ब्लैक लिस्ट नहीं किया गया।

  • बीती 19 फरवरी को मुख्य अभियंता को बताया कि निर्माण विभाग में जो नए काम दिए जा रहे हैं, उसे न लेने वाले ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाए।

सड़कों की गुणवत्ता बहुत खराब
मेयर उमेश गौतम ने बताया कि शहर की तमाम सड़कों की गुणवत्ता बहुत ही खराब है। कई बार नगर निगम के अधिकारियों को इन मामलों में कार्रवाई करने को कहा है लेकिन संबंधित ठेकेदारों को अब तक ब्लैक लिस्ट तक नहीं किया गया है। ऐसा ही रहा तो पूरा मामला मुख्यमंत्री तक भेजा जाएगा।

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