बरेली: स्नातक में एक और स्नातकोत्तर में होंगे सभी प्रश्नपत्र
बरेली, अमृत विचार। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने चार दिन मंथन के बाद स्नातक और स्नातकोत्तर की मुख्य परीक्षाओं के प्रश्नपत्र का स्वरूप लगभग तैयार कर लिया है। शासन के दिशा-निर्देश और छात्र हित को ध्यान में रखते हुए स्नातक और स्नातकोत्तर में अलग-अलग व्यवस्था की गई है जहां स्नातक में एक विषय के सभी प्रश्नपत्रों …
बरेली, अमृत विचार। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने चार दिन मंथन के बाद स्नातक और स्नातकोत्तर की मुख्य परीक्षाओं के प्रश्नपत्र का स्वरूप लगभग तैयार कर लिया है। शासन के दिशा-निर्देश और छात्र हित को ध्यान में रखते हुए स्नातक और स्नातकोत्तर में अलग-अलग व्यवस्था की गई है जहां स्नातक में एक विषय के सभी प्रश्नपत्रों को मिलाकर एक प्रश्नपत्र तैयार किया जाएगा तो स्नातकोत्तर में सभी प्रश्नपत्र तैयार होंगे। जल्द ही इस नए स्वरूप को जारी कर परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी जाएगी। विश्वविद्यालय ने 15 जुलाई से 5 अगस्त तक का प्रस्तावित परीक्षा कार्यक्रम तैयार कर लिया है। जल्द ही इसे जारी किया जाएगा।
विश्वविद्यालय ने स्नातक और स्नातकोत्तर के प्रश्नपत्रों को तैयार करने के लिए बरेली कॉलेज व अन्य महाविद्यालयों के वरिष्ठ शिक्षकों से सुझाव लिए। मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को परीक्षा नियंत्रक की मौजूदगी में हुई बैठकों में सभी शिक्षकों ने अलग-अलग सुझाव दिए। शिक्षकों ने बताया कि बीए, बीएससी और बीकॉम के एक विषय के सभी प्रश्नपत्रों का एक प्रश्नपत्र कराया जा सकता है।
छात्रों को परेशानी न हो, इसके लिए प्रश्नपत्रों में 10 बहुविकल्पीय, पांच अति लघु और एक दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएं। इतना ध्यान रखा जाए कि सभी प्रश्नपत्रों के पाठ्यक्रम का इसमें समावेश हो ताकि छात्र को प्रश्नपत्र हल करने में दिक्कत न हो और विश्वविद्यालय का परिणाम प्रभावित न हो। एक प्रश्नपत्र कराने से परीक्षा शासन से निर्धारित समय में हो जाएगी। परिणाम भी समय पर जारी हो जाएगा।
शिक्षकों ने स्नातकोत्तर स्तर को लेकर बताया कि एमएससी, एमए व एमकॉम में किसी में पांच तो किसी में छह प्रश्नपत्र होते थे। इनमें एक प्रश्नपत्र विशेषता का भी होता था। सभी प्रश्नपत्र एक में शामिल करने से दिक्कत हो सकती है। सभी प्रश्नपत्रों को कराने में अधिक दिन भी नहीं लगेंगे। ऐसे में सभी प्रश्नपत्र कराने में किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। पहले प्रत्येक प्रश्नपत्र में पांच प्रश्न पूछे जाते थे, लेकिन डेढ़ घंटे के निर्धारित समय में सिर्फ तीन सवाल पूछे जा सकते हैं। परीक्षा नियंत्रक ने सभी सुझाव कुलपति के सामने रख दिए हैं, जिनपर लगभग सहमति बन चुकी है।
प्रश्नपत्रों की छपाई भी बच सकती है
बताया जा रहा है कि विश्वविद्यालय ने परीक्षा की तैयारियां पहले ही कर ली थीं और प्रश्नपत्रों की छपाई भी हो गई थी। स्नातक के सभी प्रश्नपत्रों को कराने से प्रश्नपत्रों की छपाई भी दोबारा नहीं करानी होगी। सिर्फ इसमें किन्हीं पांच प्रश्नपत्रों को हल करने की जगह तीन प्रश्नपत्र हल करने का ऑप्शन देना होगा लेकिन यदि स्नातक के प्रश्नपत्र छप गए होंगे तो अब नए सिरे से सभी का एक-एक प्रश्नपत्र छपवाना होगा।
4 या 5 अगस्त तक हो जाएंगी परीक्षाएं
शासन ने सभी परीक्षाएं 13 अगस्त तक संपन्न कराकर 31 अगस्त तक परिणाम जारी करने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में विश्वविद्यालय निर्धारित समय में ही परीक्षाओं का आयोजन कराने जा रहा है। विश्वविद्यालय ने प्रस्तावित परीक्षा कार्यक्रम लगभग तैयार कर लिया है जिसमें परीक्षाएं 15 जुलाई से प्रारंभ होकर 4 या 5 अगस्त तक समाप्त हो जाएंगी। स्नातक के करीब 30 विषय हैं, जिनकी परीक्षाएं होंगी। इनमें कई विषयों में छात्रों की संख्या काफी कम है। ऐसे में एक दिन कई विषय के प्रश्नपत्रों की परीक्षा आयोजित करायी जा सकती है। विश्वविद्यालय प्रयोगात्मक व मौखिक परीक्षाएं ऑफलाइन ही आयोजित कराएगा। इसको लेकर छात्रों को लैब में एक साथ न बुलाकर उनसे लिखित में सवाल पूछ सकता है।
बढ़ सकती है परीक्षा केंद्रों की संख्या
विश्वविद्यालय ने अभी तक परीक्षा केंद्रों का निर्धारण नहीं किया है लेकिन इस बार परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ सकती है। इसकी वजह है कि कोरोना नियमों का पालन करना होगा। इसके लिए छात्रों को अलग-अलग बैठाना होगा। शासन ने स्वकेंद्र बनाने के भी निर्देश दिए हैं। ऐसे में अधिकांश महाविद्यालयों में स्वकेंद्र बनेंगे लेकिन कई महाविद्यालय ऐसे हैं, जिनमें छात्रों की संख्या कम है। वहां के छात्रों की दूसरे महाविद्यालय में परीक्षा करायी जाएगी। केंद्र उन्हें भी बनाया जाएगा, जहां पर नकल रोकने के लिए सीसीटीवी, वायस रिकार्डर व अन्य इंतजाम होंगे। बीते वर्ष करीब 327 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।
परीक्षा के प्रश्नपत्रों का स्वरूप तैयार
रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केपी सिंह ने बताया कि परीक्षा कार्यक्रम और परीक्षा के प्रश्नपत्रों का स्वरूप तैयार कर लिया गया है। शिक्षकों ने सुझाव दिए हैं और छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए ही प्रश्नपत्र तैयार किए जाएंगे। जल्द ही सभी निर्देश जारी कर दिए जाएंगे।
