जुलाई में बरसेंगी खुशियां ही खुशियां, लक्ष्मी करेंगी मालामाल
बबीता पटवाल, हल्द्वानी। जुलाई का महीना बाजार के लिए अच्छे संकेत लेकर आ रहा है। यह माह लक्ष्मी बरसाने वाला साबित होगा। इस पूरे माह 31 में से 19 दिन खरीदारी और शुभ कार्यों के लिए फलदायी शुभकारी और लाभ देने वाले विशेष योग बन रहे हैं। माह में विशेष योग बन रहे हैं जिनमें …
बबीता पटवाल, हल्द्वानी। जुलाई का महीना बाजार के लिए अच्छे संकेत लेकर आ रहा है। यह माह लक्ष्मी बरसाने वाला साबित होगा। इस पूरे माह 31 में से 19 दिन खरीदारी और शुभ कार्यों के लिए फलदायी शुभकारी और लाभ देने वाले विशेष योग बन रहे हैं। माह में विशेष योग बन रहे हैं जिनमें सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि, कुमार योग, त्रिपुष्कर, द्विपुष्कर, रविपुष्य और रवि योग आएंगे।

21 दिनों में से 9 दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का शुभ अवसर रहेगा। ज्योतिषाचार्य पंडित कैलाश चंद्र पांडेय ने बताया है कि इस शुभ योग में किया गया हर काम सफल और फायदा देने वाला होता है। 8 दिन रवि योग रहेगा। खासकर 11 जुलाई को एकसाथ रवि पुष्य नक्षत्र, राजयोग और सर्वार्थ सिद्धि योग आने से सभी कार्य विशेष फलदाई रहेंगे। इस दिन सभी प्रकार की खरीदारी चीर स्थाई और समृद्धि दायक रहती है। इस योग में सोना, चांदी आभूषण और इलेक्ट्रॉनिक आइटम खरीदने का विशेष महत्व रहता है। वहीं, 30 जुलाई को तीन योगों अमृत सिद्धि, सर्वार्थ सिद्धि व रवि योग का संगम रहेगा। ज्योतिषाचार्य पं राम अवतार मिश्र ने बताया कि पुष्य नक्षत्र स्थायित्व प्रदान करता है।
अमृतसिद्धि योग
– इस शुभ योग में किए गए काम लंबे समय तक लिए फायदा देते हैं। अमृतसिद्धि योग में किए गए दान और पूजा-पाठ से अक्षय पुण्य मिलता है। इस दिन नौकरी के लिए आवेदन, जमीन और वाहन खरीदारी , कीमती धातुओं की खरीदारी करनी चाहिए।
द्विपुष्कर योग
– द्विपुष्कर योग वार, तिथि और नक्षत्र से मिलकर बनने वाला ऐसा योग है, जिसमें एक बार किया गया काम फिर से करने के योग बनते हैं। इस मुहूर्त में कोई भी शुभ काम, निवेश, बचत, खरीदारी और फायदे वाला लेन-देन करने चाहिए। कोई अशुभ या ऐसा काम नहीं करना चाहिए, जिसमें नुकसान होने की आशंका हो।

रवि पुष्य नक्षत्र
– रविवार को पुष्य नक्षत्र में चंद्रमा होने से रवि पुष्य योग बनता है। ज्योतिष के मुहूर्त ग्रंथों के मुताबिक, इसमें हर तरह के काम किए जा सकते हैं। इसको गुरु पुष्य योग जितना ही महत्व दिया गया है। रवि पुष्य योग में औषधियों की खरीदारी या दान करना शुभ होता है। माना जाता है ऐसा करने से सेहत अच्छी रहती है और उम्र भी बढ़ती है।
सर्वार्थसिद्धि योग
– तिथि, वार और नक्षत्रों से मिलकर रवि पुष्य यह विशेष संयोग बनता है। ज्योतिष विद्वानों के सर्वार्थ सिद्धि मुताबिक, इस योग में किसी भी तरह का कॉन्ट्रैक्ट, कार्य विशेष ज्वेलरी की खरीदी-बिक्री करना चाहिए। जॉब या बिजनेस के काम भी इस मुहूर्त में शुरू कर सकते हैं।
त्रिपुष्कर योग
– त्रिपुष्कर योग तीन गुना फल देने वाला होता है। इस योग के दौरान किए गए काम को दो बार और दोहराना पड़ता है। इस योग में भी सावधानी रखनी चाहिए कि कोई अशुभ या ऐसा काम नहीं करना चाहिए, जिसमें नुकसान होने की आशंका हो।
यह हैं महत्वपूर्ण तिथियां
2 जुलाईः सर्वार्थ सिद्धि योग
4 जुलाईः सर्वार्थ सिद्धि योग
6 जुलाई: सर्वार्थ सिद्धि और त्रिपुष्कर योग
7 जुलाईः सर्वार्थ सिद्धि योग
9 जुलाई: सर्वार्थ सिद्धि योग
11 जुलाईः रवि पुष्य नक्षत्र, राजयोग और सर्वार्थ
13 जुलाईः रवि योग
15 जुलाईः रवि योग
16 जुलाईः कुमार योग
18 जुलाईः रवि योग
19 जुलाई: कुमार योग
20 जुलाई: रवि योग
22 जुलाईः रवि योग
23 जुलाई: रवि योग
24 जुलाईः सर्वार्थ सिद्धि योग
25 जुलाईः द्विपुष्कर योग
28 जुलाई: कुमार योग
29 जुलाईः कुमार व सर्वार्थ सिद्धि योग
30 जुलाईः अमृत सिद्धि, सर्वार्थ सिद्धि व रवि योग
