Kulgam Encounter की वैधता पर महबूबा मुफ्ती ने उठाया सवाल, कहा- आरोपों पर सफाई दे सरकार
श्रीनगर। जम्मू -कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कुलगाम जिले में हुई मुठभेड़ और मारे गए तीन आतंकादियाें की वैधता पर सवाल उठाते हुए सरकार से इस मामले को स्पष्ट करने की मांग की है। सुश्री महबूबा मारे गए लोगों में से एक के परिवार …
श्रीनगर। जम्मू -कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कुलगाम जिले में हुई मुठभेड़ और मारे गए तीन आतंकादियाें की वैधता पर सवाल उठाते हुए सरकार से इस मामले को स्पष्ट करने की मांग की है। सुश्री महबूबा मारे गए लोगों में से एक के परिवार के लोगों द्वारा लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया दे रही थीं कि उनका बेटा, जाकिर बशीर उनके आवासीय घर के बाहर मारा गया और वह आतंकवादी नहीं था।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा जम्मू -कश्मीर में आए दिन मुठभेड हो रही हैं लेकिन जब कोई जायज सवाल उठाए जाते हैं तो सुरक्षा बलों को भी जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। सुश्री महबूबा ने ट्वीट किया, “कुलगाम मुठभेड़ में मारे गए 17 वर्षीय नाबालिग के माता-पिता का दावा है कि वह उनका बेटा निर्दोष था। मृतक के माता पिता के इन आरोपाें पर सरकार को अपना रुख साफ करना चाहिए। ”
मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि उनका बेटा सुबह बगीचे में काम कर रहा था और नहाने के लिए घर लौटा था। परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि उसका गला रेता गया था। पुलिस ने हालांकि इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि पीड़ित युवक कुछ दिन पहले आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हुआ था।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि निहित स्वार्थों के लिए यह अफवाह फैलाई जा रही है कि लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का आतंकवादी जाकिर नाइक जो 30 जून को कुलगाम के चिम्मेर में मारा गया था, वह आतंकी नहीं है जबकि वास्तविकता यह है कि मारा गया युवक कुछ दिन पहले ही आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हुआ था। उन्हाेंने कहा कि लोगों को इस तरह की झूठी अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए और इस तरह की अफवाहों को फैलाने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
