बरेली: बंद का दिखा मिलाजुला असर, किसानों ने दिया धरना
बरेली, अमृत विचार। कृषि कानून के विरोध में किसान संगठनों द्वारा किए गए भारत बंद का जिले में मिलाजुला असर दिखाई दिया। शहर में सामान्य दिनों की तरह बाजार में लोग खरीदारी करते दिखे। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ जगहों पर व्यापारियों ने दुकानें बंद रखीं। सुरक्षा के लिहाज से कलेक्ट्रेट से लेकर चौकी चौराहे …
बरेली, अमृत विचार। कृषि कानून के विरोध में किसान संगठनों द्वारा किए गए भारत बंद का जिले में मिलाजुला असर दिखाई दिया। शहर में सामान्य दिनों की तरह बाजार में लोग खरीदारी करते दिखे। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ जगहों पर व्यापारियों ने दुकानें बंद रखीं। सुरक्षा के लिहाज से कलेक्ट्रेट से लेकर चौकी चौराहे तक पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। चौकी चौराहा स्थित सेठ दामोदर स्वरूप पार्क में किसान एकता संघ के बैनर तले उप्र खेत मजदूर यूनियन, उप्र किसान सभा, सीटू, मजदूर मंडल, किसान सभा व खेत मजदूर यूनियन के पदाधिकारियों ने धरना-प्रदर्शन किया।
महंगाई और कृषि कानून को लेकर नारेबाजी की। मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने के दौरान पुलिस ने किसान नेताओं को रोका तो उनसे नोकझोंक हो गई। सूचना पर एसपी सिटी रविंद्र कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट मदन कुमार, एसडीएम सदर विशु राजा, सीओ तृतीय श्वेता सिंह भी पुलिस फोर्स के साथ मौके पहुंच गई। किसी तरह मामले को शांत किया।
बंद के समर्थन में प्रदर्शनकारी किसान सुबह 10 बजे से ही चौकी चौराहा स्थित सेठ दामोदर स्वरुप पार्क में जुटने शुरू हो गए थे। किसान एकता संघ के प्रदेश प्रभारी डा. रवि नागर ने कहा देश के किसान अपनी मांगों को लेकर 10 महीने से आंदोलनरत हैं, लेकिन इस तानाशाह सरकार पर कोई असर नहीं पड़ रहा। उप्र खेत मजदूर यूनियन के प्रदेश सचिव राजीव शान्त ने कहा केंद्र व प्रदेश की सरकार पूंजीपतियों के गोद में बैठी हैं।
मजदूर किसान की परेशानी से इनका कुछ लेना देना नहीं है। लक्ष्मण राणा ने कहा अब आरपार की लड़ाई का वक्त आ गया है, लेकिन सरकार किसानों की आवाज को सुनना नहीं चाहती। प्रमुख रूप से कमालुद्दीन, श्रीपाल, आबिद हुसैन, सलीम मंसूरी, अली चौधरी, जगपाल सिंह यादव, हरीश ठाकुर, राजेश शर्मा, शिवम दुबे, मोहम्मद शाहिद, यशवीर यादव, कौसर अली, रणवीर यादव, नारायण दास, अशर्फीलाल सागर आदि उपस्थित रहे।
