बरेली: भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप में किया भस्मासुर का अंत
बरेली, अमृत विचार। एसआरएमएस रिद्धिमा के सभागार में बुधवार को ‘वरदान’ कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें भरतनाट्यम गुरु अम्बाली प्रहराज और देवज्योति नक्सर ने भरतनाट्यम व कथक नृत्य के जरिए भस्मासुर वध पेश किया। इसमें दिखाया गया कि कैसे भगवान विष्णु ने स्त्री रूप धारण कर भस्मासुर को भस्म किया। कार्यक्रम की शुरुआत माता पार्वती के …
बरेली, अमृत विचार। एसआरएमएस रिद्धिमा के सभागार में बुधवार को ‘वरदान’ कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें भरतनाट्यम गुरु अम्बाली प्रहराज और देवज्योति नक्सर ने भरतनाट्यम व कथक नृत्य के जरिए भस्मासुर वध पेश किया। इसमें दिखाया गया कि कैसे भगवान विष्णु ने स्त्री रूप धारण कर भस्मासुर को भस्म किया। कार्यक्रम की शुरुआत माता पार्वती के रूप में गुरु अम्बाली प्रहराज ने भरतनाट्यम नृत्य से की।
भगवान शिव के भस्मासुर को दिए वरदान को कथक नृत्य के माध्यम से गुरु देवज्योति नक्सर ने पेश किया। भगवान विष्णु के सुन्दर मोहिनी रूप को अंशुमन ने बहुत सुंदरता से दर्शाया। दिखाया गया कि मोहिनी रूप में भगवान विष्णु ने भस्मासुर को आकर्षित किया और नृत्य के लिए प्रेरित किया। नृत्य करते समय भस्मासुर विष्णु की ही तरह नृत्य करने लगा और उचित मौका देखकर विष्णु जी ने अपने सिर पर हाथ रखा, जिसकी नकल शक्ति और काम के नशे में चूर भस्मासुर ने भी की।
भस्मासुर अपने ही वरदान से भस्म हो गया। इसमें राजश्री चटर्जी ने मोहिनी, दीपशिखा ने लक्ष्मी, रिया सक्सेना ने नारद और अखिलेश शर्मा ने नंदी के किरदारों को निभाया। कार्यक्रम में गुरु कुंवरपाल ने सितार, शिवशंभु कपूर और दीपक सहाय ने तबला, पवनराज चौधरी ने बांसुरी, अनीश मिश्रा और उमेश मिश्रा ने सारंगी, आगस्टीन फ्रेडरिक ने गिटार पर साथ दिया।
गायन गुरु शिवांगी मिश्रा और स्नेहाशीष मिश्रा ने भस्मासुर वध कथा को अपनी आवाज दी। कार्यक्रम का संचालन अनुज गुप्ता ने किया। सभागार में एसआरएमएस ट्रस्ट के चेयरमैन देव मूर्ति, आशा मूर्ति, आदित्य मूर्ति, ऋ चा मूर्ति, एसआरएमएस आईएमएस प्रिंसिपल डा. एसबी गुप्ता, सीईटी डीन एकेडेमिक डा. प्रभाकर गुप्ता और शहर के संभ्रांत लोग मौजूद रहे।
