बरेली: वहशी की हरकत के बाद अब सर्जरी की रकम को भटक रहे काव्या के पिता, बोले- कर्ज लेंगे, चंदा जुटाएंगे अगर फिर भी कम पड़ा तो डॉक्टरों के पैरों में गिर जाएंगे

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बरेली/भोजीपुरा, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश के बरेली में बुधवार को एक वहशी दरिंदे ने महज ढाई साल की मासूम काव्या का गाल नोंच-नोंचकर खा लिया था। जिसके बाद आनन फानन में उसे भोजीपुरा के एक निजी अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया। जहां उसका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने काव्या के गाल की सर्जर …

बरेली/भोजीपुरा, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश के बरेली में बुधवार को एक वहशी दरिंदे ने महज ढाई साल की मासूम काव्या का गाल नोंच-नोंचकर खा लिया था। जिसके बाद आनन फानन में उसे भोजीपुरा के एक निजी अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया। जहां उसका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने काव्या के गाल की सर्जर बताई है। जिसमें दो लाख रूपए का खर्चा आएगा। अब उन दो लाख रुपए को जुटाने के लिए काव्या के पिता सुनील भटक रहे है। उनका कहना है कि उनके पास दो लाख रुपए नहीं है। मेहतन मजदूरी करके दो केवल दो वक्त की रोटी का गुजारा होता है। बच्चे के इलाज के लिए वह दो लाख रुपए के लिए कर्ज लेंगे, चंदा जुटाएंगे अगर फिर भी रकम कम पड़ी तो डॉक्टरों के पैरों में गिर जाएंगे। क्योंकि बच्ची से बढ़ा उन्हें कुछ नहीं।

सुनील के तीन बेटियां है, कमाई का जरिया सिर्फ मेहनत मजदूरी
काव्या के पिता सुनील ने बताया कि उनके तीन बच्चे है और तीनों बेटियां है। पहली बेटी सात साल, दूसरी चार साल और तीसरी महज ढाई साल की है। सुनील के पास मेहनत मजदूरी के आलावा कमाई का कोई और साधन नहीं है। ऐसे में दो लाख रुपए एकत्र करना सुनील को काफी मुश्किल लग रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि काव्या के गाल को ठीक करने के लिए सर्जरी के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। दो लाख रुपए की बात सुनने के बाद उन्होंने कई लोगों से संपर्क भी किया। तो कुछ लोगों ने साथ देने की बात कही तो कुछ ने अपनी मजबूरियां गिना दी।

पूरी रात दर्द में चीखती रही बच्ची
मासू काव्या पूरी रात दर्द में चीखती-चिल्लाती रही। जब तक दवाओं का असर रहता काव्या का दर्द कम रहता। मगर असर खत्म होते ही वह चीखने लगती। परिजन पूरी रात काव्या के पास बैठे उसे ढांढस बंधाते रहे। मगर वह बच्ची दर्द को सहन नहीं कर पा रही थी। पिता का कहना था कि वह मां कहने की कोशिश करती, मगर उसका मुंह नहीं खुलता। जिसकी वजह से उसकी मां भी पूरी रात रोती रही।

मानसिक बीमारी का प्रमाण पत्र मांग रहे परिजन
मासूम काव्या का गाल चबाकर खाने वाला आरोपी छेदालाल शेरगढ़ के खजुआ जागीर का रहने वाला है। काव्या के पिता सुनील का कहना है कि छेदालाल के परिजनों का कहना है कि वह मानसिक मंदित है। अगर ऐसा है तो वह उसके मानसिक मंदित होने का प्रमाण पत्र दिखाएं। उधर, एफआईआर में भी छेदालाल के मानसिक मंदित होने का कोई जिक्र नहीं किया गया है।

परिजनों की तहरीर पर दर्ज हो गया मुकदमा
परिजनों की तहरीर पर भोजीपुरा पुलिस ने गुरुवार को मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले में पुलिस छानबीन में जुटी है। आरोपी से पुलिस ने गुरुवार को भी पूछताछ की थी।

क्या था पूरा मामला, एक नजर में
दरअसल, भोजीपुरा के धौंराटांडा मे बुधवार शाम बच्चे अपने घरों के आगे खेल रहे थे। उन्हीं बच्चों में काव्या भी शामिल थी। उसी वक्त शेरगढ़ इलाके के खजुआ जागीर गांव का रहने वाला छेदालाल शराब के नशे में वहां पर पहुंचा और काव्या को पकड़ लिया। उसे जबरदस्ती दबोचकर उसके गाल को दांतों से नोंचकर खाने लगा। शोर और चीखपुकार सुनकर जब तक परिजन मौके पर पहुंचे तब तक छेदालाल उसका पूरा गाल खा चुका था। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने उसे पीटना शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल उसका इलाज भी जिला अस्पताल में कराया जा रहा है।

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