लखनऊ: कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच राजधानी बनी ‘कूड़े का ढेर’
लखनऊ। कोरोना के नये वेरिएंट ओमीक्रॉन ने पूरे देश में तबाही मचा रखी है। राजधानी में भी 100 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में चाक-चौबंद व्यवस्था होने के बजाय राजधानी गंदगी का पर्याय बनी हुई है। न तो नियमित रूप से साफ-सफाई हो रही है और न ही कचरे का उठान। स्मार्ट …
लखनऊ। कोरोना के नये वेरिएंट ओमीक्रॉन ने पूरे देश में तबाही मचा रखी है। राजधानी में भी 100 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में चाक-चौबंद व्यवस्था होने के बजाय राजधानी गंदगी का पर्याय बनी हुई है। न तो नियमित रूप से साफ-सफाई हो रही है और न ही कचरे का उठान।
स्मार्ट सिटी लग रहा ‘शेखचिल्ली का सपना’
साफ-सफाई के मद में सरकार मोटी रकम खर्च कर रही है, पर नगर निगम की झाड़ू गलियारों तक नहीं पहुंच रही है। शहर के कई मोहल्ला में कूड़े के ढेर जमे हुए हैं और नालियां जाम पड़ी हुई हैं। वह चाहे कैसरबाग चौराहे की गलियां हों या बॉस एरिया गोमतीनगर। सुभाष मार्ग मिर्चा मंडी के पास, चारबाग दूध मंडी रोड, लेबर कॉलोनी, मोतीनगर, राजाजीपुरम, गोरखनाथ रोड, हुसैनगंज, डालीगंज, निराला नगर व सेक्टर-एल, चंद्रलोक, अलीगंज बकरा मण्डी चौक, एलआईसी ऑफिस के सामने, बुद्धेश्वर व मल्हपुर, इंदिरा नगर समेत कई जगहों पर गंदगी का अंबार स्वच्छ भारत अभियान पर बट्टा लगा रहा है। यह आलम तब है, जब सरकार लखनऊ को स्मार्ट सिटी घोषित कर चुकी है।
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गंदगी से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा
उल्लेखनीय हो कि कोरोना बेहद संक्रामक बीमारी है। ऐसे में विशेषज्ञ संक्रमण से बचाव के लिए स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने की हिदायत देते हैं। पर नगर निगम की ओर से साफ-सफाई को लेकर घोर लापरवाही बरती जा रही है। ऐसे में नगर निगम की यह लापरवाही शहर में कोरोना के नए वेरिएंट के जानलेवा संक्रमण को न्योता दे सकता है।
स्वच्छ भारत रैंकिंग में फिर से न हो जाये फजीहत
बीते वर्ष 2017 मे स्वच्छ भारत की रैंकिंग में देश के 100 सबसे गंदे शहरों की सूची में उत्तर प्रदेश के 25 शहरों ने जगह बनाई थी। प्रदेश के गोंडा शहर को सबसे गंदा शहर घोषित किया गया था। राजधानी में साफ-सफाई की व्यवस्था को देखते हुए लगता है कि इस बार फिर से स्वच्छ भारत रैंकिंग में प्रदेश की नाक न कट जाये।
क्षेत्र से यदि कूड़ा नहीं उठ रहा है तो इको ग्रीन कंपनी और सम्बंधित जोन के अधिकारियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अजय कुमार द्विवेदी, नगर आयुक्त
