पीलीभीत: विधायक की शिकायत लेकर बसपा दावेदार की बेटी पहुंची आईजी के दरबार
पीलीभीत, अमृत विचार। बसपा के सदर सीट पर प्रबल दावेदार दुर्गा चरण गुप्ता उर्फ अन्ना भइया और दो बेटों पर दर्ज की गई गैंगस्टर एक्ट की रिपोर्ट के बाद खड़ा हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। एक दिन पूर्व बसपा दावेदार की पत्नी ने विधायक के दबाव में कार्रवाई का आरोप लगाते हुए …
पीलीभीत, अमृत विचार। बसपा के सदर सीट पर प्रबल दावेदार दुर्गा चरण गुप्ता उर्फ अन्ना भइया और दो बेटों पर दर्ज की गई गैंगस्टर एक्ट की रिपोर्ट के बाद खड़ा हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। एक दिन पूर्व बसपा दावेदार की पत्नी ने विधायक के दबाव में कार्रवाई का आरोप लगाते हुए एएसपी से मुलाकात की थी और दो शिकायती पत्र दिए थे।उसके बाद बेटी ने अब बरेली पहुंचकर आईजी कार्यालय में शिकायती पत्र दिया है।जिसमें मतगणना पूरी होने तक पिता की गिरफ्तारी पर रोक लगाने और राजनीतिक दबाव में दर्ज किए गए मुकदमे को खत्म कराने की गुहार लगाई है।
जहानाबाद के मोहल्ला बाजार कटरा की रहने वाली शिल्पी गुप्ता ने बरेली पहुंचकर आईजी से मुलाकात की।इस दौरान दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि उनकी मां ममता गुप्ता नगर पंचायत जहानाबाद की चेयरमैन है। उनके पिता दुर्गा चरण गुप्ता आगामी चुनाव में सदर विधानसभा सीट से बसपा के प्रबल दावेदार हैं। पुलिस-प्रशासन पर दबाव बनाकर उनके पिता और भाइयों पर लगातार झूठे मुकदमे दर्ज कराए गए। कई मुकदमे अभी विचाराधीन है, जबकि हाल ही में गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा विधायक के दबाव में इंस्पेक्टर जहानाबाद सुरेंद्र कुमार कटियार की ओर से दर्ज कर दिया गया है।
सवाल उठाए कि विधायक के टिकट की घोषणा के साथ ही उनके पिता और भाइयों पर पुलिस ने रिपोर्ट क्यों दर्ज कर दी? यह भी कहा कि अभी तक किसी भी मुकदमे में पिता को सजा नहीं हुई है। जिन पुराने मुकदमों का जिक्र किया जा रहा है,उसमें 18 आरोपी बनाए थे। मगर, मेरे ही पिता को लीडर दर्शा कर फंसा दिया गया। कई मुकदमे न्यायालय से छूट भी चुके हैं। कहा कि विधायक उनके पिता को चुनाव लड़ने से रोकना चाहते थे, इसी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते उनके परिवार को परेशान किया जा रहा है। मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। फिलहाल आईजी ने भी इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन दिया है।
छह माह में दो बार गैंगस्टर, उठाया सवाल
बसपा दावेदार की बेटी ने यह भी कहा कि दो साल से तो पुलिस अधिकांश समय उनके घर के बाहर बैठी रहती है। उसके बाद भी उन पर कार्रवाई होती रही। छह माह के भीतर पुलिस ने दो बार गैंगस्टर एक्ट के तहत एफआईआर पिता के ऊपर राजनीतिक दबाव में दर्ज कर दी। एक में तो जल्द ही जमानत तक करानी पड़ी थी। अब दूसरा फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया गया है।
कई बड़े नेताओं ने भी साधा संपर्क
बसपा दावेदार की बेटी ने तीन दिन पहले परिवार की मदद को गुहार लगाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर लोड किया था, जोकि खासा वायरल हो गया था। बताते हैं कि इस वीडियो के बाद कई राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं ने भी संपर्क साधा। एक दल से टिकट का ऑफर मिलने की भी चर्चाएं तेज रही। शासन स्तर से भी इसका संज्ञान लेने का भी शोर है।
इस मामले में लिखित शिकायत मिली थी। जिसके आधार पर सीओ सदर को जांच के निर्देश दिए जा चुके हैं।जांच में सभी बिंदुओं पर दिखवाया जाएगा।जो भी निकलकर आएगा,उसी आधार पर आगे निर्णय लेंगे। – डॉ.पवित्र मोहन त्रिपाठी, एएसपी
