बरेली: गतिशक्ति मास्टर प्लान के 7 इंजन से अर्थव्यवस्था होगी गतिमान

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

बरेली,अमृत विचार। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय अर्थशास्त्र विभाग में वर्चुअल माध्यम से बजट पर परिचर्चा हुई। इसमें मुख्य अतिथि प्रो. मनीषा दुबे, अर्थशास्त्र विभाग गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर छत्तीसगढ़ ने कहा कि वास्तव में समावेशी वृद्धि महत्वपूर्ण है। वर्तमान बजट में इस पर ध्यान केंद्रित किया गया है। गतिशक्ति मास्टर प्लान के सात इंजन …

बरेली,अमृत विचार। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय अर्थशास्त्र विभाग में वर्चुअल माध्यम से बजट पर परिचर्चा हुई। इसमें मुख्य अतिथि प्रो. मनीषा दुबे, अर्थशास्त्र विभाग गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर छत्तीसगढ़ ने कहा कि वास्तव में समावेशी वृद्धि महत्वपूर्ण है। वर्तमान बजट में इस पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

गतिशक्ति मास्टर प्लान के सात इंजन के माध्यम से भारतीय अर्थव्यवस्था गतिमान होगी। सरकार जन-जन को सुविधा पहुंचाने का कार्य कर रही है, जिसके लिए हर घर को नल से जोड़ने की योजना, पोस्ट ऑफिस को बैंक से जोड़ना, डिजिटल विश्वविद्यालयों की स्थापना, जीवंत ग्राम कार्यक्रम, समावेशी कल्याण विकास के विभिन्न मापक मांग में वृद्धि कर अर्थव्यवस्था को विकास की ओर लेकर जाएंगे।

मुख्य वक्ता डा. पूनम सिंह, प्राचार्य बैकुंठी देवी महाविद्यालय आगरा ने कहा कि बजट में उत्पादन क्षेत्र पर फोकस किया गया है जिसमें बड़े धक्के सिद्धांत का पालन किया गया है, जिससे अर्थव्यवस्था को उछाल मिलेगा। भारत डिजिटल क्षेत्र में महाशक्ति के रूप में उभरेगा। डा. विकास प्रधान सहायक आचार्य, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बीसलपुर, पीलीभीत ने अपने वक्तव्य में कहा कि यह ऐसा बजट है जिसमें भविष्य पर फोकस किया गया है।

यह बजट निर्यात को बढ़ावा देने वाला है। कृषि क्षेत्र में रसायन मुक्त कृषि की बात ऑर्गेनिक कृषि को बढ़ावा देना, पीएम कार्गो योजना को स्थान दिया गया है। ये दीर्घकालिक बजट है। इसी क्रम में प्रोफेसर एम के सिंह, संकाय अध्यक्ष, उन्नत सामाजिक विज्ञान ने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि यह साहसिक बजट है जो वर्तमान के आर्थिक एवं राजनीतिक परिस्थितियों के अंतर्गत भविष्य की कड़ी चुनौतियां में एक कड़ी की भूमिका का निर्वहन करते हुए बेहतर प्रयास है।

इसमें डिजिटल मुद्रा एक नया विचार है जिसके आगमन से शेयर मार्केट में हवाला के संबंध में अनैतिक तरीके से लेनदेन पर अंकुश लगेगा और भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी। उपरोक्त बजट में तीन आधारभूत स्तंभ हैं जिसमें विकास दर, जीएसटी का कलेक्शन, फिजकल डिफिसिट।

कृषि क्षेत्र में तकनीक का प्रयोग, किसान ड्रोन से कृषि क्षेत्र में विकास वृद्धि की दर को निश्चित रूप से वृद्धि होगी। परिचर्चा के अंत में विभागाध्यक्ष एवं संयोजक डॉ आशुतोष प्रिय ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ये परिचर्चा सभी को इस वर्ष का बजट समझने में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी।

इस परिचर्चा में सह संयोजक डा. रुचि द्विवेदी, डा. सुबोध धवन, डा. इसरार खान, डा. विजय बहादुर ,डा. अनुराग अग्रवाल सहित सात राज्यों व अनेक विश्वविद्यालयों के शिक्षक एवं छात्र उपस्थित बडी संख्या मे मौजूद रहे। परिचर्चा का संचालन डा. दुर्गा प्रसाद ने किया।

ये भी पढ़े-

बरेली: दहेज लेने से किया इनकार तो पिता-भाई ने घर से निकाला

संबंधित समाचार