बलिया जिला कारागार में दोबारा बंदी रखने की कसरत शुरू, शासन को भेजा प्रस्ताव

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बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक बार फिर से बंदियों को कारागार में रखने का इंतजाम किया जाने लगा है। बता दें कि जल जमाव के चलते बलिया जिला कारागार में जलजमाव के चलते प्रशासन ने यहां से करीब नौ सौ बंदियोम को मऊ अथवा दूसरे जेलों में ट्रांसफर कर दिया था। इतना …

बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक बार फिर से बंदियों को कारागार में रखने का इंतजाम किया जाने लगा है। बता दें कि जल जमाव के चलते बलिया जिला कारागार में जलजमाव के चलते प्रशासन ने यहां से करीब नौ सौ बंदियोम को मऊ अथवा दूसरे जेलों में ट्रांसफर कर दिया था। इतना ही नहीं कुछ बंदी बवाल के चलते भी इधर से उधर किए गए। अब यहां दोबारा बंदी रखने की कसरत शुरू हो चुकी है। जिला कारागार प्रशासन ने नए बंदियों को रखने की इजाजत मांगी है, इसके लिए दो विशेष बैरक को तैयार कर लिया गया है। जेल प्रशासन ने शासन को प्रस्ताव भेजा है।

कहा है कि उन्हें 100 नए बंदियों को रखने की अनुमति दी जाए। उनके रखने की तैयारी कर ली गई है। इसमें 40 पुराने बंदी वापस बुलाए लिए जाएं। वह यहां पर भोजन बनाएंगे और दूसरे कार्य करेंगे। प्रस्ताव पर शासन मंथन शुरू कर चुका है। संभावना जताई जा रही है कि यहां फिर से बंदी आएंगे।

सर्किल रेट से चार गुना अधिक रेट पर खरीदेंगे जमीन: जिला कारागार को मुख्यालय से अन्यत्र शिफ्ट किया जाना है। इसके लिए महीनों से कसरत हो रही है। पिछले दिनों बसंतपुर और जीराबस्ती में जमीन देखी गई थी, लेकिन वहां बात नहीं बनी। अब गड़वार रोड पर नारायनपाली गांव में करीब 60 एकड़ भूखंड चिह्नित किया गया है। यह जमीन किसानों की है, लेकिन वह देने को तैयार नहीं है। प्रशासन उन्हें सर्किल रेट से चार गुना अधिक मूल्य पर जमीन खरीदने की दिशा में काम शुरू कर चुका है। उस इलाके में 50 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर सर्किल रेट प्रभावी चल रहा है।

लखनऊ हेडक्वार्टर को प्रस्ताव भेजा गया है, वहां से अनुमति मिलने के बाद नए बंदियों को रखने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा…राजेंद्र सिंह, जेलर, जिला कारागार।

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