World Wildlife Day: जानिए इस दिन को मनाने का आखिर क्या है मकसद
धरती पर जीवन व्यतीत करने और पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़-पौधों और वन्यजीवों का होना आवश्यक है। ऐसे में लोगों को इसके प्रति जागरूक करना बहुत ही जरूरी है। इसीलिए हर साल 3 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस मनाया जाता है। बता दें संयुक्त राष्ट्र द्वारा हर साल 3 मार्च को दुनिया में रहने …
धरती पर जीवन व्यतीत करने और पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़-पौधों और वन्यजीवों का होना आवश्यक है। ऐसे में लोगों को इसके प्रति जागरूक करना बहुत ही जरूरी है। इसीलिए हर साल 3 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस मनाया जाता है। बता दें संयुक्त राष्ट्र द्वारा हर साल 3 मार्च को दुनिया में रहने वाले जंगली वनस्पतियों और जीवों की विभिन्न प्रजातियों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए इस दिवस को मनाने का फैसला लिया गया था।
विश्व वन्यजीव दिवस मनाने का मकसद लोगों को यह बताना है कि जैव विविधता को संरक्षित करने से मनुष्य को क्या लाभ हो सकता है। साथ ही देशों से अपने क्षेत्रों में वन्यजीव अपराध पर अंकुश लगाने और वनों की कटाई जैसी गतिविधियों के कारण वनस्पतियों और जीवों के नुकसान को रोकने का भी आह्वान करता है। वाइल्ड लाइफ के प्रति जागरूकता लाने के लिए विश्व वन्यजीव दिवस 2022 की थीम पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली के लिए प्रमुख प्रजातियों को पुनर्प्राप्त करना रखी गई है।
आपको बता दें दुनियाभर से लुप्त होते जा रहे फल-फूलों के अंतर्राष्ट्रीय ट्रेड को प्रतिबंधित करने के लिए 3 मार्च 1973 को यूनाइटेड नेशंस के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर हुए थे। जिसके बाद साल 2013 में संयुक्त राष्ट्र में प्रत्येक साल तीन मार्च को वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ डे मनाने का निर्णय लिया गया और 3 मार्च 2014 को पहला विश्व वन्यजीव दिवस मनाया गया।
इस दिवस को मनाने का मकसद विश्व भर के लोगों में वन्यजीवों की सुरक्षा और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों के प्रति लोगों को जागरूक करना है। लोगों को समझना होगा कि धरती पर जैव विविधता बनाए रखने के लिए आवश्यक है कि हम पृथ्वी के पर्यावरण के तालमेल को बनाए रखें। जिसके लिए पेड़-पौधों और वन्यजीवों का होना जरूरी है।
इसे भी पढ़ें-
NTA ने जारी किया यूजीसी नेट का परिणाम, जानिए कैसे चैक करें अपना रिजल्ट
