कानपुर: हिन्दू-मुस्लिम का खेला, बाकी समीकरण फेल, मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में सपा तो अन्य सब में भाजपा ने मारी बाजी
कानपुर। इस बार औद्योगिक राजधानी में सभी समीकरण ध्वस्त हो गए। यहां सिर्फ हिन्दू-मुस्लिम के बीच खेला हुआ। 1० विधानसभाओं में से मुस्लिम बाहुल्य इलाके की तीनों सीटें सपा और अन्य सब सीटें भाजपा की झोली में गिरीं। ध्रुवीकरण के इस खेल में कांग्रेस पहली बार खाता खोलने से वंचित रह गई। पिछली बार छावनी …
कानपुर। इस बार औद्योगिक राजधानी में सभी समीकरण ध्वस्त हो गए। यहां सिर्फ हिन्दू-मुस्लिम के बीच खेला हुआ। 1० विधानसभाओं में से मुस्लिम बाहुल्य इलाके की तीनों सीटें सपा और अन्य सब सीटें भाजपा की झोली में गिरीं। ध्रुवीकरण के इस खेल में कांग्रेस पहली बार खाता खोलने से वंचित रह गई। पिछली बार छावनी विधानसभा में कांग्रेस को सपा के समर्थन से एक सीट मिली थी। इस बार यहां सपा ने कब्जा कर लिया।
कानपुर की मुस्लिम बाहुल्य छावनी, आर्यनगर और सीसामऊ विधानसभा सीट जीतने की भाजपा की हसरत इस बार अधूरी रह गई। इनमें भाजपा ने दलितों के वोट पाने को सांसद बृजलाल पूर्व डीजीपी को लगाया था। यहां सफल होने को सीएम योगी ने पहली चुनावी सभा डीएवी ग्राउंड में की थी, लेकिन सारी कोशिशें मुस्लिम धु्रवीकरण के आगे फेल हो गईं। अब पार्टी के नेता यहां हार का मंथन करने में जुटे हैं। तीनों सीटों पर मुस्लिम वोट एकजुट होकर सपा के खाते में गया। इसके चलते सपा को नगर में पहली बार तीन विधानसभा सीटों पर जीत मिली।
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