रुद्रपुर: ‘आपदा ‘ को अवसर में बदल फिर सत्ता के शीर्ष पर पहुंचे धामी

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

रुद्रपुर, अमृत विचार। दो जुलाई 2021 को जब पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर चुना गया था तो कई जानकार कह रहे थे कि धामी को ‘कांटों का ताज’ मिला है। उन्हें प्रचंड बहुमत वाली भाजपा सरकार की छवि सुधारनी है। भाजपा की अंदरुनी राजनीति पर लगाम लगानी है। साथ ही …

रुद्रपुर, अमृत विचार। दो जुलाई 2021 को जब पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर चुना गया था तो कई जानकार कह रहे थे कि धामी को ‘कांटों का ताज’ मिला है। उन्हें प्रचंड बहुमत वाली भाजपा सरकार की छवि सुधारनी है। भाजपा की अंदरुनी राजनीति पर लगाम लगानी है। साथ ही विपक्ष के हमलों से पार पाते हुये जबाव देना है।

आलोचक तो यहां तक कह रहे थे कि भाजपा ने बलि के बकरे के रूप में धामी का चयन कर लिया है। धामी के लिये वक्त कम था और काम ज्यादा है लेकिन धामी ने अपने कौशल से आलोचकों को जबाव दे दिया और भाजपा को सत्ता में वापसी करा दी।

धामी को जब सत्ता मिली तो कहा जा रहा था कि वो एक ऐसे कप्तान के तौर पर बल्लेबाजी करने उतरे हैं, जिन्हें अंतिम ओवरों में क्रीज पर आने का मौका मिला है, जब तेजी से रन भी बनाने हैं और विकेट भी बचाना है। आलोचकों को जबाव देते हुये धामी ने ताबड़तोड़ बैटिंग की और लोकलुभावन फैसले लिये। साथ ही पूरे राज्य को एक तरह से मथा।

रोजाना ही हर किसी न किसी जिले का दौरा कर धामी जताते रहे कि उन्हें कम वक्त जरूर मिला है लेकिन वह इस ‘आपदा ‘ को अवसर में बदल देंगे। उन्होंने किया भी ऐसा ही, लगातार काम के बूते युवा मुख्यमंत्री ने ऐसी लकीर खींची कि विपक्षी इस लकीर को पार ही नहीं कर सके।

मोदी व राजनाथ ने जमकर की थी तारीफ
मुख्यमंत्री के तौर पर पुष्कर सिंह धामी की कार्यशैली से भाजपा नेतृत्व खासा प्रभावित रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने चुनाव अभियान में बार-बार धामी की तारीफ की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तो बार-बार उन्हें ऐसा धाकड़ बल्लेबाज बताया था कि जो स्लो ओवरों में ताबड़तोड़ बैटिंग कर रहे हैं। राजनाथ ने तो फिल्म के कैरेक्टर से भी तुलना करते हुये कहा था कि हमारा धामी फ्लावर नहीं पुष्पा है, जो जबर्दस्त काम कर रहा है।