बाराबंकी: बुढ़वल चीनी मिल के लिए फिर योगी सरकार पर टिकी गन्ना किसानों की उम्मीदें
बाराबंकी। पहले कार्यकाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामनगर कि बुढ़वल शुगर मिल को फिर से चलाने का वादा नहीं निभा सके। अब जबकि उनका दूसरा कार्यकाल प्रारंभ हुआ है। गन्ना किसानों की एक बार फिर उनके वादे पर उम्मीदें टिक गई हैं। चीनी मिल का प्रारंभ होना भी रामनगर से भाजपा की हार का प्रमुख …
बाराबंकी। पहले कार्यकाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामनगर कि बुढ़वल शुगर मिल को फिर से चलाने का वादा नहीं निभा सके। अब जबकि उनका दूसरा कार्यकाल प्रारंभ हुआ है। गन्ना किसानों की एक बार फिर उनके वादे पर उम्मीदें टिक गई हैं। चीनी मिल का प्रारंभ होना भी रामनगर से भाजपा की हार का प्रमुख कारण था।
प्रदेश में दोबारा भाजपा सरकार बनने से बाराबंकी जनपद वासियों कों जिले में कराये जा रहे विकास कार्यों की गति तेज होने की उम्मीदें बढ़ गई हैं। चुनाव के दौरान लोगों में यह चर्चा तेज थी कि अगर भाजपा सरकार दोबारा नहीं आई तो पूर्व में प्रस्तावित सभी काम अधर में ही रह जाएंगे।
लेकिन सरकार बनने के बाद अब इन कार्यों को पूरा कराना योगी सरकार के लिए बड़ी चुनौती है। जिनमे बुढ़वल चीनी मिल, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर हैदर गढ़ के पास औद्योगिक गलियारा, शुद्ध पेयजल व्यवस्था, शहर क्षेत्र में नेचुरल गैस पाइपलाइन, हेतमापुर के पास घाघरा नदी पर पुल, रामनगर का अग्निशमन स्टेशन, रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज एवं बाईपास व आवारा पशु के संरक्षण हेतु बनी गौशाला जैसे बड़े-बड़े विकास कार्य शामिल है।
प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ इस बार चुनावी जनसभा को संबोधित करने ज़ब रामनगर आए तो वहां मौजूद जनता को संबोधित करते हुए उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार बनते ही रामनगर की बुढ़वल चीनी मिल को फिर से चलाया जाएगा। ज्ञात हो कि 2013 में पूरी तरह से बंद हुए बुढ़वल चीनी मिल में मौजूदा समय में कबाड़ और दीवारें बची है।
2017 में चुनाव के दौरान सीएम योगी ने इसके संचालन का वादा किया था। जिसको लेकर चुनाव से पहले प्रदेश की योगी सरकार ने संसद में इस बंद पड़ी चीनी मिल को अनुपूरक बजट में भी शामिल किया था। इस बार के विधानसभा चुनाव में कुर्सी और रामनगर विधानसभा पधारे योगी आदित्यनाथ ने इस मिल को फिर से चलाने का वादा दोहराया था।
जनपद के शहर वासियों को पहली बार पानी की तरह गैस के कनेक्शन बांटे जाएंगे। अब पाइप लाइनों के माध्यम से गैस आपके घर में रखे चूल्हे तक पहुंचेगी। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड ने गुजरात की टोरेंट कंपनी को प्रथम चरण में करीब 100 किलोमीटर गैस पाइपलाइन बिछाने का काम दिया गया था।
जो कि अपने अंतिम चरणों में है। इसके लिए जिले में 36 सीएनजी स्टेशनों को स्थापित किया गया है। जिससे एक लाख ग्यारह हजार लोगों को गैस का कनेक्शन दिया जाएगा। जिले के सूरतगंज ब्लॉक में हेतमापुर गांव के पास सरयू नदी पर बन रहा पुल इस कार्यकाल में पूर्ण होने को है।
वर्ष 2018 में जब सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस बार क्षेत्र के दौरे पर आए थे। जिसके बाद स्कूल को बनाने के लिए योगी जी ने सेतु निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए थे। सेतु निगम ने पुल निर्माण को लेकर करोड़ों का एस्टीमेट तैयार कर लिया गया है। यह मामला सीएम योगी के संज्ञान में है। पुल बन जाने से बाराबंकी से बहराइच जाने वाले लोगों को कम दूरी तय करनी पड़ेगी।
कुर्सी विधानसभा क्षेत्र के कस्बा फतेहपुर में बाईपास के साथ रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनने का प्रस्ताव जहां शासन में है। वहीं, शासन से रामसनेहीघाट में नवीन बस स्टेशन के निर्माण को हरी झंडी मिल चुकी है। हैदर गढ़ व बंकी रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज की मांग पर भी सरकार से आश्वासन मिला था।
अब जब प्रदेश में योगी की सरकार बन गई है। ऐसे में जनपद बाराबंकी के रहने वाले लोगों को अपने मुख्यमंत्री योगी द्वारा किए गए वादों को लेकर खासा उम्मीदेंक् हैं।
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