हल्द्वानी: विश्व की सर्वाधिक स्थिर मन वाली राजयोगिनी दादी जानकी को दी श्रद्धांजलि

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हल्द्वानी, अमृत विचार। लोहरियासाल मल्ला स्थित ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय सेवा केंद्र में राजयोगिनी दादी जानकी की द्वितीय पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। केंद्र इंचार्ज ब्रह्माकुमारी दीपा ने राजयोगिनी दादी जानकी के जीवन चरित्र के बारे में विस्तार से बताया। इस मौके पर भाई बहनों ने बाबा की महिमा का बखान किया। इसके बाद बाबा को …

हल्द्वानी, अमृत विचार। लोहरियासाल मल्ला स्थित ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय सेवा केंद्र में राजयोगिनी दादी जानकी की द्वितीय पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। केंद्र इंचार्ज ब्रह्माकुमारी दीपा ने राजयोगिनी दादी जानकी के जीवन चरित्र के बारे में विस्तार से बताया।

इस मौके पर भाई बहनों ने बाबा की महिमा का बखान किया। इसके बाद बाबा को भोग लगाया , जिसके बाद सैकड़ों लोगों ने ब्रह्मा भोजन ग्रहण किया।  

ब्रह्माकुमारी दीपा ने बताया कि दादी जानकी आध्यात्मिक मार्गदर्शक के रूप में ईश्वरीय ज्ञान और राजयोग को विश्व के अन्य देशों में फैलाने की सशक्त माध्यम बनीं। इसलिए दादी की पुण्यतिथि को सारे विश्व में वैश्विक आध्यात्मिक जागृति दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।

दादी जानकी के साथ ज्ञान चर्चा करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। (फाइल फोटो)

उन्होंने बताया कि दादी जी का जीवन समाजसेवा में समर्पित था। 21 वर्ष की उम्र में आध्यात्म का रास्ता चुनने वाली राजयोगिनी दादी ने 140 देशों में 140 सेवा केंद्र स्थापित किए। इन सेवा केंद्रों की कमान महिलाओं के हाथ में है। ब्रह्माकुमारी संस्थान से दुनियाभर के करीब 20 लाख लोग जुड़े हैं। दादी जानकी 104 वर्ष की आयु तक 140 देशों में यात्रा कर लाखों आत्माओं के जीवन में आध्यात्मिकता का प्रकाश फैलाया।

बताते चलें कि दादी जानकी के नाम दुनिया की सबसे स्थिर मन वाली महिला का रिकॉर्ड है। संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका के टेक्‍सास मेडिकल एंड साइंस इंस्‍टीट्यूट के साइंटिस्‍ट्स ने टेस्‍ट के बाद दादी को ‘मोस्‍ट स्‍टेबल माइंड ऑफ द वर्ल्‍ड विमन’ से नवाजा था। इस मौके पर ब्रह्माकुमार धन सिंह, बृजमोहन मेहता, दीप सती, ब्रह्माकुमारी मोहनी पाठक, पुष्पा सती, नीमा बिष्ट, लक्ष्मी पाठक, मंजू, शोभा लोहनी आदि मौजूद रहे।

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