आजम खां के करीबी सपा नेता यूसुफ मलिक ने कोर्ट में किया सरेंडर, जानें क्या है पूरा मामला
रामपुर, अमृत विचार। 10 दिन से पुलिस को गच्चा दे रहे सपा नेता यूसुफ मलिक ने रामपुर की एक अदालत में आत्मसर्मपण कर दिया है। जहां अदालत ने यूसुफ को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। जबकि पहले यहां सिविल लाइंस थाने की पुलिस ने युसूफ मलिक के भाई यूनुस को गिरफ्तार कर …
रामपुर, अमृत विचार। 10 दिन से पुलिस को गच्चा दे रहे सपा नेता यूसुफ मलिक ने रामपुर की एक अदालत में आत्मसर्मपण कर दिया है। जहां अदालत ने यूसुफ को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। जबकि पहले यहां सिविल लाइंस थाने की पुलिस ने युसूफ मलिक के भाई यूनुस को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अपर नगरायुक्त को धमकाने, कार्यालय में तोड़फोड़ करने और राजकार्य में बाधा डालने के मामले में सिविल लाइंस थाना पुलिस युसूफ मलिक और उसके भाई यूनुस मलिक की तलाश कर रही थी।
आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाने की दशा में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इनके खिलाफ 25,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया था। सिविल लाइंस थाना पुलिस का कहना है कि आरोपियों की तलाश में उनके हर संभावित ठिकाने पर दबिश दी गयी। रविवार की देर शाम युनूस मलिक के हरथला स्थिति आवास पर मौजूद होने की सूचना मिली। इस सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे दबोच लिया। सोमवार की सुबह उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
उधर, जैसे ही यूसुफ को युनूस की गिरफ्तारी की सूचना मिली, वह पुलिस को चकमा देकर रामपुर पहुंच गया। वहां उसने एक बहुत पुराने मुकदमे में जमानत रद कराकर कोर्ट में हाजिर हो गया। जहां से अदालत ने उसे जेल भेज दिया है। खुद को आजम खां का दाहिना हाथ होने का दावा करने वाले यूसुफ की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की काफी किरकिरी हो रही थी। पुलिस पर लगातार दबाव बढ़ने की स्थिति एसएसपी ने उसके खिलाफ इनाम घोषित कर घेराबंदी शुरू कर दी थी।
मामले को दबाने के लिए खूब हुई नूरा-कुश्ती
अपर नगरायुक्त को धमकाने के मामले को रफा-दफा करने के भी खूब प्रयास हुए। इसी संबंध में नगर निगम के टैक्स इंस्पेक्टर सुब्हान और यूसुफ के बीच की बातचीज का ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। इस वीडियो में सुब्हान युसूफ मलिक को कह रहा था कि वह एक बार सॉरी बोल दें, बाकी वह संभाल लेगा। सपा सरकार में आजम खान नगर विकास मंत्री रहते यूसुफ मलिक ने नगर निगम के कई कर्मचारियों पर एहसान किया था। ऐसे में निगम कर्मचारियों ने इस एहसान का बदला चुकाने के लिए खूब कोशिश की।
यह है मामला
नगर निगम की टीम ने 23 लाख रुपये के हाउस टैक्स का बकाया नहीं चुकाने पर कटघर थाना क्षेत्र में रहने वाले युसूफ मलिक के दामाद डेनिल के मकान को सील कर दिया था। इससे बौखलाए युसुफ मलिक ने अपर नगरायुक्त अनिल कुमार सिंह को फोन करके जान से मारने की धमकी दी थी। कहा था कि यदि उसके दामाद के मकान की सील नहीं खोली गई तो अंजाम बुरा होगा। उसने यह भी कहा था कि वह 20 साल पुराना गैंगस्टर है और कई हत्यााएं कर चुका है। खुद को आजम खां का खास बताते हुए यूसुफ ने अपर नगरायुक्त को जान से मारने की धमकी भी दी थी।
दामाद को पहले ही जेल भेज चुकी है पुलिस
मामले में सिविल लाइंस थाना पुलिस ने जिगर कालोनी निवासी सपा नेता युसुफ मलिक, भाई युनूस मलिक, दामाद डेनिल और अन्य रिश्तेदारों पर दो मुकदमे दर्ज किए हैं। पुलिस ने मामले में यूसुफ मलिक के दामाद डेनिल को 27 मार्च को ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। वहीं बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने की दशा में एसएसपी ने इनाम घोषित किया था। एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया का कहना है कि यूसुफ मलिक के भाई यूनुस को गिरफ्तार किया गया था। वह जेल भेजा जा चुका है।
