नैनीताल: बोट हाउस में सदस्यों के अलावा अन्य को नहीं मिलेगा प्रवेश, आजीवन सदस्यता की परंपरा समाप्त
नैनीताल, अमृत विचार। नगर के प्रतिष्ठित बोट हाउस क्लब की इमरजेंसी जनरल मीटिंग में कई प्रस्तावों पर मोहर लगी। कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत की अध्यक्षता में हुई बैठक में अहम निर्णय लेते हुए आजीवन सदस्यता की परंपरा को समाप्त कर दिया गया। साथ ही विजिटिंग मेंबर के प्रवेश की व्यवस्था को भी बंद कर दिया …
नैनीताल, अमृत विचार। नगर के प्रतिष्ठित बोट हाउस क्लब की इमरजेंसी जनरल मीटिंग में कई प्रस्तावों पर मोहर लगी। कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत की अध्यक्षता में हुई बैठक में अहम निर्णय लेते हुए आजीवन सदस्यता की परंपरा को समाप्त कर दिया गया। साथ ही विजिटिंग मेंबर के प्रवेश की व्यवस्था को भी बंद कर दिया गया है। अब केवल क्लब के सदस्यों को ही यहां प्रवेश की अनुमति होगी।
बोट हाउस क्लब सभागार में हुई बैठक में सदस्यता शुल्क की आयु को 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष कर दिया गया। क्लब की सर्विस मैम्बरशिप के लिए प्रबंधन की संस्तुति की अब तक चली आ रही व्यवस्था के इतर कुमाऊं आयुक्त के माध्यम से मैम्बरशिप स्वीकार किया जाना तय किया गया। सेवानिवृत कर्मचारियों को सदस्य बनाने की नई शुरूआत की गई है। अब 60 हजार रुपये पेंशन पाने वाले 40 फीसदी फीस जमा कर क्लब के सदस्य बन सकेंगे। किसी भी सदस्य के सात वर्ष सदस्य रहने के बाद उसे 18 से 30 वर्ष तक के बच्चों को सदस्यता के इतर अब इसे दो वर्ष कर दिया गया है।
पूर्व में पदाधिकारियों को क्लब की जमा धनराशि में से क्लब के विकास में एक वर्ष में मात्र ढाई लाख खर्च करने की अनुमति थी। बैठक में इस संबंध में 50 लाख के प्रस्ताव के इतर इस लिमिट को 25 लाख किया गया। क्लब की कार्यकारिणी के चुनाव सितंबर माह में होने तथा चुनाव की तिथि जून में तय होने के कारण सर्वसम्मति से कार्यकाल को सितंबर तक बढ़ा दिया गया। सदन में ई वोटिंग का प्रस्ताव रखा गया। सदस्यों ने सवाल किया कि कंपनी एक्ट में क्या यह जरूरी है। इसे रजिस्ट्रार कंपनी को भेजा जाएगा।
बैठक में सचिव चौधरी धीर सिंह, उपाध्यक्ष मुकुंद प्रसाद, उपसचिव अखिल साह, मोहन चंद्र पांडे, विजय साह, शौएब अहमद, जीएस सरना, एमए नसीम, डीके शर्मा, सैयद नदीम मून, अनुराग बिसारिया, बहादुर सिंह पाल समेत क्लब के कर्मचारी मौजूद रहे।
