बरेली: पश्चिमी आउटर रिंग रोड का झुमका तिराहे से चौबारी तक सर्वे पूरा

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बरेली, अमृत विचार। दिल्ली-लखनऊ हाईवे को जोड़ने के लिए बनाए जा रहे पश्चिमी आउटर रिंग रोड को लेकर 21 गांवों का सर्वे पूरा कर लिया गया। एनएचएआई, विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी कार्यालय और तहसील सदर की संयुक्त टीम ने 1 जून से सर्वे शुरू किया और बुधवार को अंतिम दिन चौबारी मुस्तकिल गांव में सर्वे …

बरेली, अमृत विचार। दिल्ली-लखनऊ हाईवे को जोड़ने के लिए बनाए जा रहे पश्चिमी आउटर रिंग रोड को लेकर 21 गांवों का सर्वे पूरा कर लिया गया। एनएचएआई, विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी कार्यालय और तहसील सदर की संयुक्त टीम ने 1 जून से सर्वे शुरू किया और बुधवार को अंतिम दिन चौबारी मुस्तकिल गांव में सर्वे करके जमीनों के संबंध में रिपोर्ट बनाने की कार्रवाई को अंतिम रूप दिया।

जमीन का सर्वे दिल्ली रोड स्थित झुमका तिराहे से करते हुए एक-एक कर 21 गांवों की जमीनों की पैमाइश की। संयुक्त टीम ने बादशाह नगर, बल्ला कोठा, बेहटी देह जागीर, बिरिया नरायनपुर, चौबारी मुस्तकिल, धंतिया, इटौआ सुखदेवपुर, महेशपुर अटरिया, महेशपुर ठाकुरान, महगवां उर्फ ऊंचागांव, परसाखेड़ा, रसूला चौधरी, रोधी मुस्तकिल, रोठा ऐतमाली, रोठा मुस्तकिल, सहसिया हुसैनपुर मुस्तकिल, सहसिया हुसैनपुर ऐतमाली, सराय तल्फी मुस्तकिल, सरनियां और बुखारा गांव की जमीनों का सर्वे किया। सर्वे के बाद जमीन अधिग्रहण करने की कार्रवाई शुरू होगी।

सर्वे के साथ भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई भी तेज
रिंग रोड के लिए 21 गांवों की भूमि अर्जन करने की भी तैयारी तेज हो गई है। विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी राजीव पांडेय ने कुछ दिन पहले ही उप निबंधक प्रथम और द्वितीय से अर्जित भूमि के प्रतिकर निर्धारण करने के लिए वर्ष 2021-22 की सर्किल रेट की बुकलेट मांगी है। इसके साथ राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम 1956 के तहत 3(ए) के गजट में प्रकाशन 28 जनवरी 2022 से तीन वर्ष पूर्व निष्पादित विक्रय पत्रों की सूची भी मांगी है।

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