सफलता का ताज तिलक : मुकेश अंबानी ने मानी थी बेटे आकाश की ये सलाह, तब लॉन्च हुआ था Reliance Jio

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

मुंबई। कहते हैं बच्चों की काबिलियत उसके माता-पिता से बेहतर कोई नहीं जान सकता, ये बात अमीरी-गरीबी नहीं देखती। ऐसा ही देखने को मिला देश के सबसे दौलतमंद व्‍यक्ति मुकेश अंबानी के परिवार में जहां मुकेश अंबानी ने अपने बेटे आकाश का मंगलवार को ताज तिलक कर दिया। 65 साल के मुकेश अंबानी ने जियो …

मुंबई। कहते हैं बच्चों की काबिलियत उसके माता-पिता से बेहतर कोई नहीं जान सकता, ये बात अमीरी-गरीबी नहीं देखती। ऐसा ही देखने को मिला देश के सबसे दौलतमंद व्‍यक्ति मुकेश अंबानी के परिवार में जहां मुकेश अंबानी ने अपने बेटे आकाश का मंगलवार को ताज तिलक कर दिया। 65 साल के मुकेश अंबानी ने जियो का डायरेक्‍टर पद छोड़ दिया है। इस तरह अब आकाश अंबानी रिलायंस जियो की कमान संभालेंगे। पिता को भरोसा है कि उनका बेटा रिलायंस जियो को सफलता के आसमान की नई उंचाइयों पर ले जाएगा।

दिलचस्‍प है कि आकाश जियो की नींव रखे जाने से इसके साथ जुड़े हैं। जब मुकेश टेलीकॉम वेंचर में उतरने वाले थे तब भी बेटे ने उन्‍हें सलाह दी थी। उस वक्‍त आकाश विदेश में कॉलेज की पढ़ाई ही कर रहे थे। बातचीत में उन्‍होंने मुकेश अंबानी को टेलीकॉम के भविष्‍य और इसमें संभावनाओं के बारे में इतना कुछ बताया कि दिग्‍गज उद्योगपति भी चौंक गए थे। फ्री कॉलिंग और सिर्फ डेटा का पैसा वसूलने का आइडिया उन्‍हीं का था।

तब आकाश ने पिता मुकेश अंबानी को सोशल मीडिया के बारे में बताया। उन्‍होंने समझाया कि यह कैसे लोगों को बिना किसी फोन कॉल के जुड़े रहने देता है। इसका व्यावसायिक मतलब समझाते हुए बताया कि कंपनी हमेशा डेटा के लिए चार्ज कर सकती है। इसमें मिस्ड कॉल जैसी चीज भी नहीं होगी। इस तरह कह सकते हैं कि फ्री कॉलिंग और सिर्फ डेटा की कॉस्‍ट वसूलने का कॉन्‍सेप्‍ट उन्‍हीं का था। आकाश ने पिता को मॉडर्न टेक्‍नोलॉजी अपनाने के लिए राजी कर लिया। इसने मुकेश अंबानी को दस गुना बेहतर तरीके से अपनी सेवाएं देने के लिए प्रोत्‍साहित किया।

यही नहीं, आकाश तभी से इस पूरे मामले में हिस्‍सा बन गए। वह जियो 4जी -एलटीई कनेक्शन के विकास में शामिल रहे। आकाश को भरोसा था कि यह टेक्‍नोलॉजी टेलीकॉम सेक्‍टर में पासा पलटने वाली है। यह 2जी/ 3जी नेटवर्क से आगे की चीज है। 2014 में इकनॉमिक्‍स में ग्रेजुएशन पूरा करने के चार दिन बाद वो 60 मेंबरों वाले स्टार्टअप से जुड़ गए। उन्होंने नेटवर्क आर्किटेक्चर डिजाइन, क्लाउड, मीडिया, कम्‍यूनिकेशन, चैट प्रोडक्‍ट्स और सिक्‍योरिटी सहित पूरी प्रक्रिया का नेतृत्व किया।

पिता को भी बेटे की काबिलियत पर पूरा भरोसा था। जुड़वा बहन ईशा के साथ आकाश को 2014 में रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल के डायरेक्‍टरों में शामिल कर लिया गया। दिसंबर 2015 में भाई-बहन ने कंपनी के कर्मचारियों के लिए जियो की सेवाओं को लॉन्‍च किया था। इसके कुछ समय बाद ही इसे कमर्शियल स्‍केल पर लॉन्‍च कर दिया गया था।

बता दें कि रिलायंस जियो के नए चेयरमैन आकाश अंबानी पहले कंपनी में नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर रह चुके हैं। मुकेश अंबानी फ्लैगशिप कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड (Jio Platforms Ltd) के चेयरमैन बने रहेंगे। रिलायंस जियो इन्फोकॉम (Reliance Jio Infocomm) समेत जियो के डिजिटल सर्विसेज ब्रैंड्स का मालिकाना हक जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड के पास ही है। मुकेश अंबानी के इस्तीफे और आकाश अंबानी की नियुक्ति को नई पीढ़ी को नेतृत्व सौंपने के तौर पर देखा जा रहा है।

आकाश ने साल 2014 में ब्राउन यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स की डिग्री ली। इसके बाद वह अपने पारिवारिक कारोबार से जुड़ गए थे। जियो प्लेटफॉर्म्स, जियो लिमिटेड, सावन मीडिया, जियो इन्फोकॉम, रिलायंस रिटेल वेंचर्स के बोर्ड में शामिल हैं। साल 2019 में श्लोका मेहता से शादी की।

 

ये भी पढ़ें  : मुकेश अंबानी ने रिलायंस जियो से दिया इस्तीफा, आकाश को मिली कमान

संबंधित समाचार