इन दो नस्ल की बकरियों से हो जाएंगे मालामाल, जल्द ही लाएं घर
Goat Farming: देश के ग्रामीण क्षेत्रों में बकरी पालन का बिजनेस तेजी से फैल रहा है। इस क्षेत्र में अच्छा-खासा ग्रोथ भी देखने को मिला है। इस व्यवसाय को करने से किसान मालामाल भी हो रहे हैं। सबसे खास बात है कि बकरी पालन के लिए देखभाल की जरूरत पड़ती है ताकि आवारा कुत्तों से …
Goat Farming: देश के ग्रामीण क्षेत्रों में बकरी पालन का बिजनेस तेजी से फैल रहा है। इस क्षेत्र में अच्छा-खासा ग्रोथ भी देखने को मिला है। इस व्यवसाय को करने से किसान मालामाल भी हो रहे हैं। सबसे खास बात है कि बकरी पालन के लिए देखभाल की जरूरत पड़ती है ताकि आवारा कुत्तों से बचा जा सके।
भारत में तकरीबन 50 से अधिक बकरी की नस्लें पाई जाती हैं। हालांकि, इन 50 नस्लों में कुछ ही बकरियों का उपयोग व्यवसायिक स्तर पर किया जाता है। ऐसे में किसानों को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि किस नस्ल की बकरी पालन करने से मुनाफा कमाया जा सकता है।
दुंबा बकरी
यह नस्ल ज्यादातर यूपी (उत्तर प्रदेश) में पाई जाती है। बकरीद के दौरान इसकी मांग बाजारों में काफी बढ़ जाती है। इस नस्ल का बच्चा सिर्फ 2 महीने में 30,000 तक बिक जाता है, क्योंकि इसका वजन 25 किलो तक होता है। 3 से 4 महीने बाद इनकी कीमत 70 से 75 हजार रुपये तक पहुंच जाती है।
उस्मानाबादी बकरी
इस नस्ल को पशुपालक भाई मांस व्यवसाय के लिए पालते हैं। यह नस्ल महाराष्ट्र के उस्मानाबादी जिले में पाई जाती है, इसलिए इसका नाम उस्मानाबादी बकरी पड़ा। इसका उपयोग दूध और मांस उत्पादन दोनों के लिए ही किया जाता है। इसके वयस्क नर बकरी का वजन लगभग 34 किलो और मादा बकरी का वजन 32 किलो तक होता है।
मिलती है सब्सिडी
अगर आपके पास बकरी पालन में निवेश के लिए थोड़ी सी भी पूंजी नहीं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। आप नेशनल लाइव स्टॉक के तहत इस व्यवसाय के लिए सस्ते ब्याज दर पर लोन ले सकते हैं। वहीं कई राज्य सरकारें भी अपने-अपने स्तर किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए बकरी पालन पर बंपर सब्सिडी भी देती हैं।
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