बाराबंकी: चौकीदार दंपत्ति को जिंदा जलाने के मामले में बहन ने पुलिस कार्रवाई पर उठाए सवाल

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बाराबंकी। नगर कोतवाली क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव के पास चौकीदार दंपत्ति को जिंदा जलाने के मामले में मृतक चौकीदार शेषनाथ की बहन ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उसका कहना है कि उनके भाई को दो बार पहले भी जिंदा जलाने का प्रयास हुआ था। जिसकी शिकायत पुलिस से की गई थी। लेकिन पुलिस …

बाराबंकी। नगर कोतवाली क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव के पास चौकीदार दंपत्ति को जिंदा जलाने के मामले में मृतक चौकीदार शेषनाथ की बहन ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उसका कहना है कि उनके भाई को दो बार पहले भी जिंदा जलाने का प्रयास हुआ था। जिसकी शिकायत पुलिस से की गई थी। लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की पुलिस ने कार्रवाई की होती तो भैया आज जिंदा होते।

कोतवाली रामसनेहीघाट के चौरी आलादास पुर गांव के निवासी शेष नाथ शुक्ला बाराबंकी कोतवाली के मोहम्मद पुर गांव के पास गुलमोहर रेजीडेसी ग्रुप के नाम की प्लाटिंग पर चौकीदार की नौकरी कर जीवन यापन करता था। वह अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ रहता था। 29अगस्त को रात करीब 2 बजे शेष नाथ शुक्ला ड्यूटी के दौरान कुर्सी पर बैठे थे उनको नींद आ गई तभी किसी ने आकर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। और इसी के साथ उनकी पत्नी शिव देवी जो अलग सो रही थी। उन पर भी पेट्रोल डालकर आग लगा दिया।

आग लगने से दोनो पति पत्नी को लखनऊ के एक अस्पताल मे भर्ती कराया गया। जहा शेष नारायण की इलाज के दौरान मौत हो गई। उसकी बहन मोनिका शुक्ला रो रो कह रही थी पुलिस पहले से सतर्क रहती तो भैया बच जाते का इससे पहले 2 बार भैया को मारने की कोशिश हो चुकी थी। और मोहम्मदपुर चौकी में मुकदमा दर्ज कराया गया था।

फिर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नही किया और प्रशासन से मांग है की दोनो बच्चे छोटे है इनकी माँ भी जिंदगी मौत से जूझ रही है। दोनो बच्चो को आर्थिक मदद किया जाय। मोनिका का कहना है कि जब पुलिस चौकी में हम लोग न्याय की मांग कर रहे थे तो अधिकारी फोन पर धमका रहे थे कि एक बालिका को भी चुप नहीं करा पा रहे हो?

गुलमोहर रेजिडेंसी ग्रुप के मालिक ने दी 50 हजार की सहायता

बृहस्पति वार को शव पोस्टमार्टम के बाद बाराबंकी लाया गया था । घर वालों ने शव लेने से मना कर दिया था।उनकी मांग थी कि 20 लाख की आर्थिक मदद दिया जाये। मौके पर पहुंचे तहसील दार चंद्र कांत त्रिपाठी ने आर्थिक मदद का आश्वासन दिया और गुलमोहर रेजीडेसी ग्रुप के मालिक फेजान 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी।

पुलिस सुरक्षा में हुआ अंतिम संस्कार

परिवार जन शव को लेकर गांव आ गए और शुक्रवार की सुबह पुलिस प्रशासन की देखरेख में रंजोगम एवं आक्रोश के मध्य मृतक चौकीदार शेषनाथ का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। इस दौरान बड़ी संख्या में गांव के लोग मौजूद थे।

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