रामपुर में घुसा कोसी नदी का पानी, श्मशान स्थल डूबा… तस्वीरों में देखें नजारा
रामपुर, अमृत विचार। कोसी नदी में आई भीषण बाढ़ का पानी अब शहर की ओर रुख करने लगा है। बाढ़ के पानी ने श्मशान घाट स्थल को डुबो दिया है। गोशाला के रास्ते पानी तोपखाना रोड के सामने वाली सड़क पर भी आने से लोगों को आवागमन में दिक्कत होने लगी है। इसके साथ ही …
रामपुर, अमृत विचार। कोसी नदी में आई भीषण बाढ़ का पानी अब शहर की ओर रुख करने लगा है। बाढ़ के पानी ने श्मशान घाट स्थल को डुबो दिया है। गोशाला के रास्ते पानी तोपखाना रोड के सामने वाली सड़क पर भी आने से लोगों को आवागमन में दिक्कत होने लगी है। इसके साथ ही कोसी नदी की बाढ़ से करीब एक दर्जन गांवों में पानी घुस गया है। प्रशासन के अधिकारी ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए कोशिश में जुट गए हैं।

खिजरपुर के बांध पर भी गांव वालों ने शरण ली हुई है, लालपुर में डैम पर कोसी नदी का बहाव और तेज हो गया है। रामनगर बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद और भी हालात खराब होने की संभावना सिंचाई और नहर विभाग ने जताई है।

बाढ़ की वजह से जिले के 31 गांवों में खतरे की आशंका जताई गई है। प्रशासन इन गांवों पर विशेष नजर रखे हुए है। अगर कोसी नदी में जलस्तर और बढ़ता है तो गांधी समाधि से स्वार जाने वाले मार्ग को क्रॉस करके पानी शहर में आ सकता है।

पिछले वर्ष भी तोपखाना और गांधी समाधि के पास से कोसी नदी का पानी शहर की ओर घुस गया था, हालांकि अभी तक जलस्तर बढ़ने की खबर है, वहीं जिलाधिकारी रविंद्र मांदड ने बताया कि बाढ़ के प्रभावित गांवों में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ तहसील के राजस्व विभाग की टीम जुटी हुई है। प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों को भी लगाया गया है। ताकि ग्रामीणों के साथ कोई हादसा ना हो सके उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।

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