बहराइच: हजारों की संख्या में तहसील पहुंच कर बाढ़ पीड़ितों ने किया प्रदर्शन, लगाया यह आरोप
मोतीपुर/बहराइच। जिले के मोतीपुर तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवों के बाढ़ और कटान पीड़ित हजारों ग्रामीण सोमवार को तहसील में धरना प्रदर्शन के लिए पहुंचे। रास्ते से निकल रहे सांसद को भी सभी ने धरने में शामिल करा लिया। सभी का कहना है कि कटान और बाढ़ पीड़ित होने के बाद भी सभी को राहत …
मोतीपुर/बहराइच। जिले के मोतीपुर तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवों के बाढ़ और कटान पीड़ित हजारों ग्रामीण सोमवार को तहसील में धरना प्रदर्शन के लिए पहुंचे। रास्ते से निकल रहे सांसद को भी सभी ने धरने में शामिल करा लिया। सभी का कहना है कि कटान और बाढ़ पीड़ित होने के बाद भी सभी को राहत सामग्री नहीं पहुंचाई जा रही है। जबकि मिहीपुरवा नगर पंचायत में बिना बाढ़ के ही राहत सामग्री वितरित की जा रही है। इसका जिम्मेदार कौन है।
वहीं भीड़ और अन्य मामले को देख एसडीएम मौके से खिसक गए। जिले के मोतीपुर तहसील के 25 से अधिक गांव बाढ़ प्रभावित हैं। इन गांव के पीड़ितों से को राहत सामग्री और अन्य सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। जबकि मिहीपुरवा नगर पंचायत में बिना बाढ़ के ही लोगों को खाद्यान्न समेत अन्य सामग्री वितरित की जा रही है। सरकारी सहायता न मिलने से आहत कई ग्राम पंचायतों के ग्रामीण सोमवार को हजारों की संख्या में तहसील पहुंचे। सभी ने एसडीएम कार्यालय के सामने धरना शुरू कर दिया।

मौके से अपने आवास से नानपारा जा रहे बहराइच सांसद को भी सभी ने धरने में शामिल कर लिया। धरना दे रहे ग्रामीणों ने कहा कि वह सभी बेघर हो गए हैं। खाना के लिए अनाज नहीं है, इसके बाद भी तहसील प्रशासन पीड़ितों में बजाए अन्य को खाद्यान्न और राहत सहायता वितरित कर रहा है। ऐसे में वह सभी कहां जाएं। सभी तहसील में ही एसडीएम मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं।
सांसद भी लोगों के साथ मौजूद हैं। ग्रामीणों का कहना है कि एसडीएम किसी अन्य के इशारे पर काम कर रहे हैं। तहसील में 10ग्राम पंचायतों के हजारों ग्रामीण एकत्रित हैं। उधर धरना और अन्य मामलों को देखतेहुए एसडीएम कार्यालय से कहीं दूसरे जगह निकल गए हैं।
यह भी पढ़े:-विरोध प्रदर्शनों के बीच ईरान की राजधानी स्थित जेल में आग से चार कैदियों की मौत, 61 घायल
