नगर निगम अयोध्या: वेतन का संकट झेलकर भी 44.51 करोड़ का लाभ
वर्ष 2022-23 के लिए 3.28 अरब के बजट पर मुहर
अमृत विचार, अयोध्या। वर्ष 2017 में गठित नगर निगम अयोध्या के बोर्ड का पहला कार्यकाल 12 दिसम्बर को समाप्त हो रहा है। कार्यकाल खत्म होने से ठीक 13 दिन पूर्व निगम के बोर्ड की अंतिम बैठक कई पहलुओं से यादगार रही। इस बैठक की खास बात यह रही कि जब बोर्ड का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है तब वित्तीय वर्ष 2022-23 के वार्षिक बजट पर मुहर लग सकी। 3 अरब 28 करोड़ 87 लाख 51 हजार 430 रुपये के वार्षिक बजट को बोर्ड ने आम सहमति से स्वीकृति दे दी। दूसरी विशेषता यह रही कि कर्मचारियों को वेतन भुगतान में संकट से गुजरने के बावजूद यह बजट 44 करोड़ 51 लाख 46 हजार 430 रुपये लाभ का रहा। अंतिम बैठक में मौजूदा पार्षद की विदाई समारोह जैसा माहौल रहा।
नगर निगम अयोध्या के प्रथम महापौर ऋषिकेश उपाध्याय की अध्यक्षता में मंगलवार को बोर्ड की अंतिम बैठक सम्पन्न हो गयी। इस बैठक में वर्ष 2022-23 के आय-व्यय का बजट पेश किया गया जिसे बोर्ड ने सर्वसम्मति से स्वीकृति दे दी। इस बजट में प्रारंभिक अवशेष 82 करोड़, 78 लाख 71 हजार 430 रुपये का बताया गया है।
वहीं वर्ष की अनुमानित आय 2 अरब, 46 करोड़ 8 लाख, 80 हजार रुपये दर्शायी गयी है। निगम को कर एवं करेत्तर से प्रारंभिक अवशेष सहित कुल अनुमानित आय 3 अरब, 84 करोड़, 87 लाख 51 हजार 430 रुपये प्राप्त हो रही है। जबकि वर्ष में प्रस्तावित व्यय के लिए 2 अरब, 84 करोड़, 36 लाख, 5 हजार रुपये रखी गयी है। वहीं वर्ष के अंत में संभावित अवशेष 44 लाख 51 हजार 46 हजार 430 रुपये हो रहा है, जो निगम को लाभ की धनराशि मानी जा रही है।
महापौर उपाध्याय का कहना है कि वार्षिक बजट 2022-23 तो पहले ही कार्यकारिणी से पास हो चुका था, लेकिन किसी कारण से दो बार बोर्ड की बैठक स्थगित हो गयी। इसे बोर्ड से स्वीकृति मिलनी थी जिसे बोर्ड द्वारा आज स्वीकृति प्रदान कर दी गयी। बोर्ड की बैठक में नगर आयुक्त विशाल सिंह सहित अन्य अधिकारी व पार्षद मौजूद रहे।
