पीलीभीत नगर निकाय चुनाव: वैश्य समाज के तीन दावेदारों पर BJP लगा सकती है दांव

पीलीभीत नगर निकाय चुनाव: वैश्य समाज के तीन दावेदारों पर BJP लगा सकती है दांव

आशुतोष शर्मा
पीलीभीत, अमृत विचार। आरक्षण जारी होने के बाद से निकाय चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हैं तो वहीं उम्मीदवार टिकट पाने की होड़ में पार्टी हाईकमान की दौड़ लगाने में जुटे हैं। भीतरखाने से खबर आ रही है कि पार्टी इस बार वैश्व समाज को तरजीह दे सकती है। वहीं दिग्गज नेताओं की मानें तो पार्टी जातीय समीकरण का तालमेल बैठाकर ही उम्मीदवार को मैदान में उतारेगी।

पीलीभीत की चेयरमैन सीट पाने को कहने को तो बहुत दावेदार लाइन में हैं लेकिन प्रबल दावेदारी कुछ तीन या चार की ही मानी जा रही है। खासबात यह है कि ये उम्मीदवार वैश्य समाज से ताल्लुक रखते हैं। पार्टी में भी टिकट को लेकर मंथन हो रहा है। वहीं हाईकमान से सक्रिय भाजपा नेताओं की भी सूची मांगी गई है। बहुत जल्द एक बैठक होने की भी सूचना मिल रही है। वैश्य समाज के प्रमुख दावेदारों की बात की जाए तो इसमें सबसे पहला नाम भाजपा नेत्री आस्था अग्रवाल का है, जोकि इन दिनों खासा चर्चा में हैं।

फॉगिंग हो या निशुल्क स्वास्थ्य शिविर ये गली मोहल्लो में मतदाताओं के बीच पैठ बनाने में तेजी से जुटी हुई हैं। दूसरे नंबर पर उप्र उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री शैली अग्रवाल हैं। व्यापारियों की समस्या हो या फिर कोई जनहित में मुद्दा यह इन सब में सबसे आगे दिखाई देते हैं। हाल ही में सेल्स टैक्स के छापे को लेकर जीएसटी अधिकारियों से वार्तालाप और बाजार में घूम-घूम कर व्यापारियों को जागरूक करने की रणनीति ने व्यापारियों के दिल में एक अलग ही छवि बनाई है। वहीं बात करें तीसरे नंबर की तो आरआरएस के सक्रिय कार्यकर्ताओं में से एक प्रदीप नवरंग का नाम भी शामिल है। जिनकी आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारियों से अच्छी पैठ है। हालांकि इनका कोई खास शोर दिखाई नहीं दे रहा है। जबकि वरिष्ठ भाजपाइयों की मानें तो इनकी भी प्रबल दावेदारी है। 

एक और व्यापारी ने ठोकी भाजपा से दावेदारी
अभी तक भाजपा से दावेदारी ठोकने वालों में 16 नाम शामिल थे। लेकिन 09 दिसंबर को एक और सराफा व्यापारी ने भी दावेदारी ठोक दी। अब भाजपा से टिकट मांगने वालों की संख्या 17 हो गई है। अभी इस संख्या में और बढ़ोत्तरी होनी है। वैश्य समाज से दावेदारों की संख्या लगभग चार हो गई है। जैसे-जैसे वैश्य समाज से दावेदार बढ़ेंगे वैसे-वैसे वोट बैंक भी बंटने की उम्मीद है। अब देखना यह है कि पार्टी किसी पर विश्वास जता सकती है।

कोर कमेटी के सदस्य और जिला स्तर के पार्टी पदाधिकारी सभी आवेदकों के नाम क्षेत्रीय कार्यालय को भेजेंगे। इसके बाद प्रबल उम्मीदवारों के नाम प्रदेश कार्यालय जाएंगे, जहां से हाईकमान एक नाम पर मुहर लगाएगी। जल्द ही पार्टी हाईकमान निकाय चुनाव को लेकर पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करने वाली है। टिकट किसका होना है, यह पार्टी हाईकमान ही तय करेगी। पार्टी पूरे दमखम के साथ सभी नगर निकायों पर चुनाव लड़ेगी। - बलदेव सिंह औलख, निकाय चुनाव प्रभारी।

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