बरेली: रहबर फूड के डायरेक्टर कौकब कुरैशी समेत तीन पर 90 करोड़ के गबन की FIR दर्ज

Amrit Vichar Network
Published By Vishal Singh
On

बरेली,अमृत विचार। कैंट थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव में स्थित रहबर फूड इंडस्ट्रीज के निदेशक कौकब कुरैशी समेत अन्य शेयर धारकों पर 90 करोड़ से अधिक के गबन किए जाने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। यह एफआईआर कंपनी के प्रबंध निदेशक (एमडी) फिरोज अहमद शेख ने कराई है।

ये भी पढ़ें- गौ हत्या के तथ्यों को छिपाने के आरोप में 1 इंस्पेक्टर समेत 4 पुलिसकर्मी निलंबित 

उत्तर प्रदेश के बरेली के कैंट थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव में स्थित रहबर फूड इंडस्ट्रीज के निदेशक (डायरेक्टर) कौकब कुरेशी समेत अन्य शेयर धारकों पर 90 करोड़ से अधिक के गबन किए जाने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है।यह एफआईआर कंपनी के प्रबंध निदेशक (एमडी) फिरोज अहमद शेख ने कराई है।

मुंबई के अकोला के एलजे क्रस रोड नंबर- 2 कासा बपतिस्ता सीएचएस सीएचएस फ्लैट नंबर 402, चौथी मंजिल निवासी एमडी फिरोज़ अहमद शेख की ओर से डायरेक्टर कौकब कुरैशी एवं अन्य 2 शेयर धारकों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। इसके बाद कैंट थाना पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।इसके साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी।

रहबर फूड इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर पर FIR दर्ज
रहबर फूड इंडस्ट्रीज के एमडी फिरोज अहमद शेख ने एफआईआर में आरोप लगाया है कि डायरेक्टर कौक़ब कुरैशी ने 90 करोड़ से अधिक का गबन किया है।उनका कहना है 17 नवंबर 2018 को रहबर फूड इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड (मीट फैक्ट्री) और एबी जेड एग्रो फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के बीच एक एमओयू (अनुबंध) फैक्ट्री के शेयर होल्डर्स के बीच आपसी सहमति से हुआ था। रहबर फूड इंडस्ट्रीज के निदेशक एवं 10 फीसद के शेयर होल्डर महाराष्ट्र के नवी मुंबई के फ्लैट नंबर, 15 नूर सीएचएस बिल्डिंग नंबर- 2, प्लॉट नंबर 18 सेक्टर 9ए, एवं हाल निवासी बारादरी थाने के फाइक इंक्लेब के फेज- 2 निकट कब्रिस्तान निवासी डायरेक्टर 10 फीसद शेयर होल्डर कौकब कुरैशी को 1 नवंबर 2018 को फैक्ट्री के प्रोडक्शन एवं वित्तीय कार्य हेतु अधिकृत किया गया था।

यह है पुरा मामला
29 नवंबर 2022 को कौकब कुरैशी ने एमडी एवं अन्य डायरेक्टरों को बिना सूचना दिए उसी दिन अचानक फैक्ट्री को बंद कर दिया. इसकी जानकारी फैक्ट्री के ऑफिस में बैठने के दौरान अगले दिन हुई। लेबर और कर्मचारियों का दो करोड़ बकाया भी नहीं दिया गया। इन लोगों ने भी आकर तमाम शिकायतें की। फैक्ट्री के सप्लायर्स भी करोड़ों रुपये बकाया होने के कारण खफा हैं।कंपनी पर करोड़ों रुपए का बकाया होने से मैं काफी टेंशन में आ गया। लंबे समय से बीमारी के चलते मुंबई से बरेली न आने के कारण कंपनी में कौकब कुरैशी के द्वारा किए गए कृत्यों की जानकारी नहीं हो सकी

एमडी की जांच में हुआ खुलासा
कंपनी के एमडी फिरोज अहमद शेख ने रहबर फूड इंडस्ट्रीज के अधिकृत हस्ताक्षर एवं डायरेक्टर मेराज इस्लाम एडवोकेट को गबन की जांच सौंपी थी।लेकिन डायरेक्टर को कौकब कुरैशी ने कोई कागज नहीं दिया। जांच में पाया गया कि फर्जी कागजात, फर्जी बिल पर हस्ताक्षर कर कर उत्पाद चमड़ा,टैलो, एमबीए तथा फ्रोजन मीट बेचने और मुख्य उत्पादन लाइव एनिमल के फर्जी बिल बनाएं गए हैं। इसके साथ ही उक्त कागजों पर एमडी, शेयर धारकों एवं अन्य लोगों के फर्जी हस्ताक्षर कर कुछ बड़ा अपराध किया गया है।

रॉयल फूड इंडस्ट्रीज ने बरेली की बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा सिविल लाइंस से 60 करोड़ रूपये का लोन लिया गया है। इसके साथ ही रॉ मटेरियल खरीदने के लिए 45 करोड़ की क्रेडिट की सुविधा भी शामिल है।इसका भी फर्जी बिल, दस्तावेज और फर्जी कागजों से दुरुप्रयोग किया है।कोल्ड स्टोरेज से सारा स्टॉक भी गायब है. एमडी ने अपने अधिकारों का इस्तेमाल कर फैक्ट्री से स्टॉक निकालने पर रोक लगा दी है।

ये भी पढ़ें- बरेली: मंडलायुक्त संयुक्ता समद्दर का 300 बेड अस्पताल में शुरू हुई चिकित्सा सेवाओं की जांच के लिए आकस्मिक निरीक्षण

संबंधित समाचार