रायबरेली : बीमारी से पीड़ित युवती ने फंदा लगाकर दी जान
अमृत विचार ,रायबरेली। काफी समय से पेट की बीमारी से पीड़ित एक युवती ने फांसी लगाकर जान दे दी है।बुधवार की सुबह घर के बाहर छप्पर के नीचे उसका शव फांसी के फंदे पर लटकता हुआ मिला है ।इस घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
घटना गुरबक्शगंज थाना क्षेत्र के गांव पूरे गंगवा मजरे जरिया में हुआ है। गांव की रहने वाली महिला रामावती अपनी बेटी मंजू (18 वर्ष) के साथ रहती थी ।उसके पति छेदीलाल की मौत काफी पहले हो चुकी है। मंजू काफी समय से पेट की बीमारी से पीड़ित रहती थी। जिसके कारण वह काफी परेशान रहती थी। इस बीमारी से वह अवसाद ग्रस्त हो गई थी।
मंगलवार की शाम को उसने मां के साथ खाना खाया और अपने बिस्तर पर सोने चली गई ।बुधवार की सुबह मां सो कर उठी तो उसकी बेटी का शव घर के बाहर छप्पर के नीचे उसका दुपट्टा से बने फांसी के फंदे पर लटक रहा था ।बेटी का शव देखकर मां चीखने चिल्लाने लगी ।उसकी चीख-पुकार सुनकर गांव के लोग भी एकत्र हो गए ।मामले की सूचना पुलिस को दी गई ।सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। अटौरा पुलिस चौकी प्रभारी सुखपाल सिंह ने बताया कि मृतका के मां की सूचना पर शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। बताया जाता है कि मृतका पेट की बीमारी से पीड़ित थी ,जिसके कारण उसने फांसी लगाकर आत्महत्या की है।
इससे पहले मुख्तार अंसारी के रिश्तेदार आतिफ रजा को गिरफ्तार किया गया था। मुख्तार अंसारी के खिलाफ धन शोधन का मामला उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज कई प्राथमिकियों से निकला है। इसके अलावा विकास कंसट्रक्शंस नामक कंपनी के खिलाफ दो प्राथमिकियां दर्ज की थी जिसे अंसारी की पत्नी, आतिफ रजा समेत दो रिश्तेदार तथा अन्य लोग चला रहे थे।
मुख्तार अंसारी जमीन हथियाने, हत्या और वसूली समेत अन्य आरोपों पर उनके खिलाफ दर्ज कम से कम 49 आपराधिक मामलों के संबंध में ईडी की जांच के घेरे में हैं। वह हत्या के प्रयास और हत्या समेत कई मामलों में उत्तर प्रदेश में मुकदमों का सामना कर रहे हैं।
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