मेरठ : छात्रों को पछाड़ इस बार भी छात्राओं ने मारी बाजी, किसी को वैज्ञाानिक तो किसी को प्रोफेसर बनने की चाह, कुलाधिपति व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल देंगी डिग्रियां

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Published By Himanshu Bhakuni
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मेरठ, अमृत विचार। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृ‌षि विवि में शुक्रवार को होने वाले 15वें दीक्षांत समारोह की तैयारी जोरों पर है। अमृत विचार ने स्वर्ण व अन्य मेडल प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं से बात की। किसी का सपना वैज्ञानिक तो किसी का सफल बिजनेस वुमेन बनना है। 

आईएएस बनकर करना चाहते है देश की सेवा
ब्लॉक पनची कानपुर नगर के रहने वाले श्रेयस मुखर्जी पुत्र कांतिमोय मुखर्जी को कृषि विवि के दीक्षांत समारोह में   बीएससी (ऑनर्स) कृषि में कुलाधिपति स्वर्ण पदक प्रदान किया जायेगा। श्रेयस मुखर्जी ने बताया कि उनके पिता व माता अनुश्री प्राइवेट शिक्षक है। बड़ी बहन श्रीप्रिया मुखर्जी की शादी हो चुकी है और वह भी प्राइवेट शिक्षक है। बचपन से ही परिवार में पढ़ाई का माहौल मिला। इसी से वह प्रेरित हुए। वह वर्तमान में बनारस में बएचयू से एमबीए एग्री बिजनेस की पढ़ाई कर रहे है। उन्होंने बताया कि वह यूपीएससी करके आईएएस अफसर बनना चाहते है। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय माता-पिता को दिया। 

बैंक में जॉब को लेकर कर रही तैयारी
बीएसससी ऑनर्स कृषि में कुलप‌ति स्वर्ण पदक पल्लवपुरम के टी 186 निवासी आकांक्षा को दिया जायेगा। आकांक्षा के पिता श्यामवीर सिंह, भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान लुधियाना में प्रधान वैज्ञानिक है। माता सुमनलता गृहणी है। आकांक्षा ने बताया कि उसके। भाई आकर्ष सिंह बीटेक की पढ़ाई के बाद एमटेक की पढ़ाई करेंगे। छोटा भाई आदर्श सिंह अभी पांचवी कक्षा में पढ़ाई कर रहा है। आकांक्षा एमएससी करना चाहती है। ‌साथ ही उसका लक्ष्य बैंक में जॉब करना है। जिसकी तैयारी भी वह कर रही है। आकांक्षा ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने परिजनों व शिक्षक-शिक्षिकाओं को दिया।

कृषि वैज्ञानिक बनना चाहते है प्रतीक
बरेली के 15 चाणक्यपुरी एमबी इंटर कॉलेज के पास रहने वाले प्रतीक सक्सेना को इस बार बीएससी ऑनर्स कृषि ामें कुल‌पति रजत पदक दिया जायेगा। प्रतीक ने बताया कि उनके पिता सुनील चंद्र बरेली के श्री राममूर्ति स्मारक इंस्टीटयूट ऑ‌फ मैडिकल साइंस में इमरजेंसी मैडिकल ऑफिसर है। वर्तमान में प्रतीक सक्सेना चंद्रशेखर आजाद कृषि विवि से एमएससी एग्रोनोमी कर रहे है। प्रतीक ने बताया कि वह  कृषि वैज्ञानिक बनना चाहताा है और किसानों के लिए कुछ करना चाहता है। उसने अपना इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता को दिया। प्रतीक अपने ‌माता पिता  के इकलौती संतान है।  माता रीना सक्सेना गृहणी है।

बिजनेस करना चाहती है नैंसी
गोरखपुर की रहने वाली नैंसी बत्रा  पुत्री सुशील कुमार बत्रा का सपना एक सफल बिजनेस वूमैन बनना है। नैंसी को इस बार बीएससी ऑनर्स कृषि में कुलपति कांस्य पदक मिलेगा। नैंसी ने बताया ‌के उनके पिता सुशील बत्रा रेलवे में सिगनल डिपोर्टमेंट में चीफ सुपरवाइजर है और उनकी तैनाती गोरखपुर में है। माता किरण बत्रा गृहणी है। बड़ा भाई अनमोल बत्रा इंजीनियर है। नैंसी वर्तमान में एमबीए एग्री बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रही है। नैंसी का सपना एक सफल बिजनेस वूमैन बनना है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय परिजनों को दिया। बताया कि पढ़ाई में उनके बड़े भाई ने काफी मदद की।

प्रोफेसर वैज्ञानिक बनना चाहती है आयुषी
मूलरूप से कन्नौज की रहने वाली आयुषी पुत्री डॉ. ज्ञानेंद्र सिंह का परिवार वर्तमान में नई दिल्ली में पूसा कैंपस आईएआरआई में रहता है। आयुषी के पिता डॉ. ज्ञानेंद्र सिंह आईएआरआई में प्रधान वैज्ञानिक है। आयुषी को सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विवि के दीक्षांत समारोह में बीटैक (बायोटैक्नोलाॅजी) में कुलपति स्वर्ण पदक प्रदान किया जायेगा। आयुषी ने बताया कि उनकी माता मिथलेश सिंह गृहणी है।  बड़ा भाई आयुष्मान सिंह एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे है। आयुषी फिलहाल एमएससी एग्री कल्चर बायोटैक्नोलॉजी कर रही है। वह प्रोफेसर वैज्ञानिक बनना चाहती है।

वैज्ञानिक बनना है साक्षी का सपना
मोदीपुरम की ‌शिवनगर कॉलोनी में रहने वाली साक्षी सिंह को इस बार बीटेक बायोटैक्नानोलॉजी में कुलपति रजत पदक दिया जायेगा। साक्षी सिंह के पिता नौकरी करते है। माता ‌सरिता सिंह गृहणी है। जबकि, छोटा भाई शुभम सिंह बीटेक कम्प्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहा है। साक्षी फिलहाल एमटेक प्रयागराज से कर रही है। वह आगे पीएचडी साइंस में करना चाहती है। उनका सपना वैज्ञानिक बनना है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय शिक्षक-शिक्षिकाओं व अभिभावक को दिया।

प्रोफेसर वैज्ञानिक बनना चाहती है अविका शर्मा
दौराला ब्लॉक के सुरानी गांव की रहने वाली अविका शर्मा पुत्री लोकेश दत्त शर्मा प्रोफेसर वैज्ञानिक बनना चाहती है। पिता बैंक में नौकरी करने के साथ-साथ किसान भी है। अविका ने बताया कि इस बार दीक्षांत समारोह में उसे बीटैक (बायोटैक्नोलाॅजी)  में  कुलपति कांस्य पदक दिया जायेगा। राज्यपाल के हाथों मेडल मिलने को लेकर वह काफी उत्सुक है। अविका ने बताया कि उनकी माता ममता शर्मा गृहणी है। बड़ी बहन कोमल शर्मा, फिजियोथेरेपिस्ट है और भाई आर्यन शर्मा 11वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहा है। फिलहाल अविका शर्मा प्रयागराज से एमटेक कर रही है। वह, पीएचडी मैडिकल लाइन में करना चाहती है और अविका का सपना प्रोफेसर वैज्ञानिक बनने का है। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय परिवार व शिक्षक-शिक्षिकाओं को दिया।

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