FIH Hockey Nations Cup : सविता पूनिया बोलीं- नेशंस कप में जीत से एशियाई खेलों के लिए आत्मविश्वास मिला
सविता ने कहा, 2022 हमारे लिए अच्छा रहा और भविष्य में हम अधिक जीत और खिताब को लक्ष्य बनाना जारी रखेंगे
नई दिल्ली। भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान सविता पूनिया आश्वस्त हैं कि शनिवार को वेलेंसिया में एफआईएच नेशन्स कप में खिताबी जीत के बाद उनकी टीम अगले साल हांगझोउ में होने वाले एशियाई खेलों में अच्छे नतीजे देगी। टूर्नामेंट के पहले सत्र के फाइनल में स्पेन को 1-0 से हराने के बाद भारतीय टीम सोमवार को यहां पहुंची। इस जीत की बदौलत टीम ने 2023-2024 प्रो लीग में जगह बनाई।
सविता ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद कहा, ‘‘2022 हमारे लिए अच्छा रहा और भविष्य में हम अधिक जीत और खिताब को लक्ष्य बनाना जारी रखेंगे। अगले साल एशियाई खेल 2022 होने हैं और हम निश्चित तौर पर अच्छा नतीजा हासिल करने की कोशिश करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एक कप्तान के रूप में मुझे टीम की अपनी साथियों पर बेहद गर्व और खुशी है। सभी ने अपना शत प्रतिशत योगदान दिया और शुरुआत से ही हमने एकाग्रता बनाए रखी। मैदान के अंदर भी और बाहर भी। इस टीम का हिस्सा होना शानदार अहसास है।’’ गुरजीत कौर ने फाइनल का एकमात्र गोल दागा और इस डिफेंडर ने कहा कि टूर्नामेंट जीतना उनके और टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ लम्हा रहा।
उन्होंने कहा, ‘‘नेशन्स कप का फाइनल जीतना मेरे और टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ लम्हा रहा। हमने शुरुआत से ही इसे लक्ष्य बनाया था और इसे हासिल करके काफी अच्छा लग रहा है।’’ इस टूर्नामेंट के दौरान 22 साल की फारवर्ड लालरेमसियामी भारत की ओर से 100 मुकाबले खेलने की उपलब्धि को हासिल करने में सफल रही। उन्होंने कहा, ‘‘इतनी कम उम्र में 100 मैच की उपलब्धि हासिल करने से मैं बेहद खुश हूं। टीम में सभी खिलाड़ियों से मिले समर्थन के लिए मैं उनकी आभारी हूं।’ लालरेमसियामी ने कहा, ‘‘हम बेहद खुश हैं कि हमने नेशन्स कप जीता और भविष्य में हम कड़ी मेहनत जारी रखेंगे।
भारतीय खिलाड़ियों को दबाव झेलने और भावनाओं पर काबू रखने की जरूरत: लोमन्स
नीदरलैंड के अपने जमाने के खिलाड़ी ब्रैम लोमन्स ने कहा कि अगले महीने होने वाले पुरुष हॉकी विश्व कप में भारतीय खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए अपनी भावनाओं को काबू में रखना होगा। नीदरलैंड की 1998 की विश्व कप विजेता टीम के सदस्य और दो बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता लोमन्स से कहा कि मेजबान भारत यदि अपेक्षाओं का बोझ झेलने में सफल रहता है और केवल खेल पर ध्यान देता है तो वह ऑस्ट्रेलिया के साथ खिताब का दावेदार हो सकता है।
लोमन्स ने हॉकी इंडिया की विज्ञप्ति में कहा,‘‘ मुझे लगता है कि अगर भारत भारी दबाव को झेलने में सफल रहता है और उसके खिलाड़ी बहुत अधिक उत्साह नहीं दिखाते हैं तो उसके पास वास्तव में जीत का अच्छा मौका होगा। भारत के पास अच्छे स्ट्राइकर, पेनल्टी कॉर्नर लेने वाले अच्छे खिलाड़ी और एक अच्छा गोलकीपर है। इसलिए उसमें चैंपियन बनने के सभी गुण मौजूद हैं।’’ उन्होंने कहा,‘‘ अगर वे बहुत अधिक उत्साहित या भावुक होते हैं तो इसका उल्टा असर भी पड़ सकता है। लेकिन अगर वह अपनी एकाग्रता बनाए रखते हैं तो फिर आस्ट्रेलिया के साथ वह खिताब के प्रबल दावेदार हैं।’’ भारत को विश्वकप में स्पेन, इंग्लैंड और वेल्स के साथ ग्रुप डी में रखा गया है।
ये भी पढ़ें : सुरक्षाकर्मियों ने बाहर जाने से रोक तो कप्तान बाबर आजम हुए नाराज, जानिए क्यों?
