मांडविया के पत्र पर कांग्रेस ने कहा- जनस्वास्थ्य गंभीर मुद्दा उसपर राजनीति नहीं होनी चाहिए
नूंह (हरियाणा)। कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर कोविड संबंधी चिंताओं को लेकर स्वास्थ्य मंत्री के पत्र के बाद कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि जन स्वास्थ्य एक गंभीर मुद्दा है जिस पर दलगत राजनीति नहीं होनी चाहिए। कांग्रेस ने सरकार पर ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को कोविड चिंताओं के मद्देनजर चुनिंदा रूप से निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी तो कर्नाटक और राजस्थान में यात्रा निकाल रही है।
ये भी पढ़ें - शराब घोटाला, सच्चाई की जीत होगी: कविता
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कोरोना वायरस के प्रसार को लेकर तीन भाजपा सांसदों द्वारा व्यक्त की गयी चिंता का हवाला देते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से अपील की कि यदि कोविड नियमों का पालन नहीं किया जा सकता, तो वह ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को निलंबित करने पर विचार करें।
मांडविया के पत्र के बाद एक बयान में कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राजस्थान के एक भाजपा सांसद द्वारा उन्हें भेजी गयी चिट्ठी के आधार पर गांधी को पत्र लिखा है। उक्त भाजपा सांसद ने मांडविया को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि भारत जोड़ो यात्रा में कोविड नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है।
रमेश ने कहा, ‘‘ सांसद का यह पत्र उनके राज्य में भारत जोड़ो यात्रा की व्यापक सफलता के बाद भेजा गया है। उन्होंने कहा, ‘‘ संसद की सामान्य ढंग से बैठक हो रही है। उड़ान समेत कहीं भी मास्क अनिवार्य नहीं है। भाजपा ने राजस्थान एवं कर्नाटक में यात्राएं निकाली हैं। हाल में राज्यों को केंद्र की ओर से कोई परामर्श जारी नहीं किया गया है।
बस जिनोम अनुक्रमण पर कल केंद्र की ओर से राज्यों को भेजा गया पत्र अपवाद है।’’ रमेश ने कहा कि मार्च, 2020 में मोदी सरकार ने लॉकडाउन लगाने में कथित रूप से कम से कम एक हफ्ते की ‘‘देरी’’ की थी ताकि मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिरायी जा सके। उन्होंने कहा, ‘‘ जनस्वास्थ्य दलगत राजनीति के लिहाज से बेहद गंभीर विषय है। यदि लोगों की भीड़ के संबंध में कोई नियम होगा तो भारत जोड़ो यात्रा में निसंदेह उसका पालन किया जाएगा।’’
हरियाणा के नूंह में रमेश ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ मैं समझ सकता हूं कि भाजपा भारत जोड़ो यात्रा की सफलता देख डर गयी है और वह मुश्किल में है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ कृपया, कोविड नियमों की घोषणा कीजिए। हम सभी कोविड नियमों का पालन करेंगे।’’ रमेश ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा राज्यों को सभी कोविड-19 मामलों की जिनोम अनुक्रमण सुनिश्चित करने के लिए लिखा गया पत्र ‘‘न कोई परामर्श है और न ही चेतावनी।’’
उन्होंने कहा कि लेकिन मंत्री ने गांधी को पत्र लिख दिया। उन्होंने कहा, ‘‘ यदि यह गंभीर मुद्दा है तो संसद स्थगित कर दीजिए, उड़ानों में मास्क लगाना अनिवार्य कर दीजिए, सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दीजिए।’’ भारत जोड़ो यात्रा को व्यापक जनसमर्थन मिलने का दावा करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि कोई दोहरा मापदंड नहीं होना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि मार्च, 2020 में कांग्रेस ने मांग की थी कि लॉकडाउन लगाया जाए लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया था क्योंकि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार को गिराने पर ध्यान केंद्रित था। उन्होंने कहा कि जब सरकार गिर गयी, तब लॉकडाउन लगाया गया। उन्होंने भाजपा से इस विषय (कोरोना वायरस महामारी एवं लॉकडाउन) पर विपक्ष के साथ चर्चा एवं बातचीत करने को कहा।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी मांडविया के पत्र पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘यह पत्र स्पष्ट दिखाता है कि भाजपा का उद्देश्य बढ़ते जनसमर्थन से घबराकर भारत जोड़ो यात्रा में व्यवधान पैदा करना है।’’ नूंह में ही कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने सार्वजनिक परिवहन में पाबंदियां नहीं होने का संकेत देते हुए सरकार से कोविड नियमों की घोषणा करने को भी कहा।
उन्होंने कहा कि पार्टी उन नियमों का पालन करेगी। खेड़ा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ हमें आश्चर्य हो रहा है कि ऐसा ही पत्र राजस्थान में भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया को क्यों नहीं भेजा गया जो वहां जनाक्रोश यात्रा पर निकले हैं। हम समझते हैं कि उस जनाक्रोश यात्रा के प्रति बहुत उत्साह नहीं है, उसमें लोग नहीं आ रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम यह भी समझते हैं कि भारत जोड़ो यात्रा के प्रति देशभर में काफी उत्साह है और यहां यात्रा में काफी भीड़ है।’’ वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा कर्नाटक में भी एक अन्य यात्रा निकाल रही है। खेड़ा ने कहा, ‘‘ क्या स्वास्थ्य मंत्री ने कर्नाटक भाजपा को भी यह पत्र लिखा है? हम जानना चाहते हैं।
आज यदि आपको विमान से यात्रा करनी होगी है तो कोई आपसे मास्क लगाने या सेनेटाइजर का उपयोग करने को नहीं कहेगा।’’’ उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने सार्वजनिक परिवहन में कड़े कदम नहीं क्यों नहीं उठाये। उन्होंने प्रश्न किया, ‘‘ केवल राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी और भारत जोड़ो यात्रा ही क्यों? क्या उसने (सरकार ने) संसद सत्र स्थगित कर दिया या संसद का सत्र अब भी चल रहा है?
यदि प्रत्यक्ष संसद सत्र चल सकता है, यदि जनाक्रोश यात्रा हो सकती है, यदि कर्नाटक में भाजपा की यात्रा निकल सकती है, यदि विमान यात्रा में मास्क लगाना अनिवार्य नहीं है तो आपकी नजर राहुल गांधी और भारत जोड़ो यात्रा पर ही क्यों है?’’ खेड़ा ने कहा, ‘‘ कृपया, कोविड नियमों की घोषणा कीजिए।
हम सभी कोविड नियमों का पालन करेंगे।’’ गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर मांडविया ने कहा था कि राजस्थान के तीन भाजपा सांसदों-- पी पी चौधरी, निहाल चंद और देवजी पटेल ने चिंता व्यक्त की है।
इस पत्र में मांडविया ने लिखा था कि इन तीनों सांसदों ने उनसे अनुरोध किया है कि मार्च के दौरान मास्क लगाने और सेनेटाइजर का उपयोग करने समेत कोविड नियमों का कड़ाई से पालन किया जाए तथा जिन लोगों का टीकाकरण हो चुका है, केवल उन्हें ही इसमें भाग लेने दिया जाए। इन सांसदों ने केंद्रीय मंत्री से यह भी सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि इस यात्रा में भाग लेने से पहले और बाद में लोगों को पृथक वास में भेज दिया जाए।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा बुधवार सुबह राजस्थान से हरियाणा में दाखिल हुई। कांग्रेस की विशाल जनसंपर्क पहल यह यात्रा सात सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और अब तक तमिलनाडु, केरल, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और राजस्थान से गुजर चुकी है। यह यात्रा 24 दिसंबर को दिल्ली में प्रवेश करेगी। आठ दिनों के अवकाश के बाद यह यात्रा उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब होते हुए आखिरी में जम्मू कश्मीर पहुंचेगी।
ये भी पढ़ें - जिसने चीन में मचाई तबाही... अब भारत में दी दस्तक, वडोदरा में NRI महिला में मिला CORONA का BF-7 Variant
