गोंडा: आपसी विवाद में टेंपो चालक ने दूसरे ड्राइवर को मारी गोली, हालत गंभीर
सवारी को लेकर हुआ था दोनों के बीच विवाद
अमृत विचार, नवाबगंज /गोंडा। नवाबगंज थाने से दो सौ मीटर की दूरी पर स्थित कटी तिराहा का सोती पुल रविवार को गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। सवारी बिठाने को लेकर हुए विवाद को चलते एक टेंपों चालक ने अपने चार अन्य साथियों संग मिलकर दूसरे टेंपो चालक को गोली मार दी और भाग निकले। गोली लगने से चालक राहुल सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया। राहुल के कंधे व जबड़े में दो गोलियां लगी हैं। उसे इलाज के लिये जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सरेबाजार हुए इस गोलीकांड से बाजार में दहशत फैल गई। फायरिंग की सूचना पर पहुंची पुलिस आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।
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नवाबगंज थाना क्षेत्र के बलीपुर गांव का रहने वाला राहुल सिंह टेंपो चालक है। बताया जा रहा है कि दो दिन पहले सवारी बैठाने को लेकर राहुल सिंह की दूसरे टेंपो चालक पुतन्नू से कहासुनी हो गई थी। रविवार की दोपहर करीब दो बजे नवाबगंज थाने से महज 200 मीटर दूर कटी तिराहे के सोती पुल पर राहुल सिंह टेंपो में सवारी बैठा रहा था, इसी दौरान पुतन्नू अपने चार अन्य साथियों के साथ आ धमका और राहुल पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। दिनदहाड़े हुई फायरिंग की घटना से इलाके में दहशत फैल गई। गोली लगने से राहुल गंभीर रूप से घायल हो गया। राहुल के जबड़े और कंधे में गोली लगी है। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी हमलावर भाग निकले। सूचना पर पहुंची नवाबगंज पुलिस ने घायल राहुल सिंह को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में ले जाकर भर्ती कराया जहां से डॉक्टरों ने उसकी हालत को गंभीर बताते हुए जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया। घायल राहुल के मुताबिक दुर्गागंज माझा गांव के रहने वाले पुतन्नू, सूरज व बहादुर समेत पांच लोगों ने उस पर हमला किया है। थाना प्रभारी अरुण कुमार द्विवेदी ने बताया कि घायल को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। आरोपी टेंपो चालक पुत्तन्नू और उसके साथियों की पहचान कर ली गई है और उनकी तलाश में दबिश दी जा रही है।
पुलिस की सक्रियता पर सवाल
नवाबगंज का कटी तिराहा कस्बे का व्यस्ततम इलाका माना जाता है। थाने से दो सौ मीटर दूर इस तिराहे पर पुलिस की 24 घंटे ड्यूटी भी रहती है। ऐसे में दिनदहाड़े देशी तमंचों से लैस टेंपो चालक व उसके साथियों ने जिस बेखौफ अंदाज में फायरिंग की उसने कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है। यही नहीं ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने के बाद आरोपियों का भाग निकलना भी पुलिस की सक्रियता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है।
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