लखनऊ: सपा कार्यालय में ओपी राजभर की अब नहीं होगी एंट्री, पार्टी दफ्तर के बाहर लगा पोस्टर
अमृत विचार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सियासत में एक बार फिर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के बीच की तकरार सामने आई है। राजधानी स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर मंगलवार को एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है।
वीडियो में साफतौर पर समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर ओम प्रकाश राजभर का एक पोस्टर नजर आ रहा है। जिसमें लिखा है कि ओम प्रकाश राजभर जी का समाजवादी पार्टी कार्यालय में आना प्रतिबंधित है। बता दें कि ये पोस्टर समाजवादी युवजन सभा के पूर्व सचिव आशुतोष सिंह की ओर से लगवाया गया। वहीं आशुतोष सिंह ने बीती शाम को भी अपने फेसबुक पेज पर ये तस्वीर शेयर की थी। वहीं लोग इसे राजनीतिक स्टंटबाजी मान रहे हैं।
बौखलाहट में समाजवादी पार्टी लगा रही पोस्टर

इस पोस्टर पर सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने अपना बयान जारी करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता काफी तनाव में हैं। उनकी बौखलाहट बढ़ गई है और वे काफी बेचैन हो गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि सुभासपा की लोकप्रियता से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी घबरा गए हैं। जिसकी वजह से उनके कार्यकर्ता बौखलाहट में होर्ल्डिंग और पोस्टर लगा रहे हैं। मैं कहना चाहता हूं कि समाजवादी पार्टी की जब सरकार थी तो मुसलमानों को कितनी हिस्सेदारी दी गई। इसलिए मुसलमान भी उनके कार्यालय में झांकना नहीं पसंद कर रहा है। वहीं घबराहट में सपा कार्यकर्ता पोस्टर लगा रहे हैं। जिससे उनकी चिंता साफ नजर आ रही है।
बीजेपी ने दी प्रतिक्रिया
वहीं दूसरी ओर भाजपा प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि देश में लोकतंत्र है और सबको बोलने का अधिकार है। लोकतंत्र की सबसे बड़ी खूबसूरती होती है। आपस में संवाद रहना, हालांकि मत भिन्नता हो सकती है। अब तक आतंकवादी संगठनों पर प्रतिबंध लगाना सुना था। लेकिन समाजवादी पार्टी एक ऐसा दल है जो एक व्यक्ति पर प्रतिबंध लगा रहा है। ऐसे में सपा के संरक्षक मुलायम सिंह, लोहिया जी और जनेश्वर जी की आत्मा देख रही होगी तो उन्हें बहुत अफसोस हो रहा होगा।
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