बिहार जहरीली शराब कांड: दिल्ली पुलिस ने मास्टरमाइंड रामबाबू को किया गिरफ्तार

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Published By Himanshu Bhakuni
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नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने हाल ही में बिहार में जहरीली शराब कांड में कथित रूप से शामिल मास्टरमाइंड व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसमें कम से कम 80 लोगों की जान चली गई थी। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने अनुसार जहरीली शराब से लोगों की जान लेने वाले मास्टमाइंड की पहचान रामबाबू महतो के रूप में हुई है। बिहार में कथित तौर पर जहरीली शराब कांड के मास्टरमाइंड को दिल्ली के द्वारका इलाके से गिरफ्तार किया गया है।

दिल्ली पुलिस ने बयान में कहा है कि महतो सारण जिले के मशरक पुलिस थाना और इसुआपुर थाने में दर्ज दो मामलों में आरोपी है। जहरीली हादसे के बाद महतो बिहार से फरार होकर दिल्ली आ गया था। दिल्ली पुलिस को सूचना मिली कि महतो यहां कहीं छिपा हुआ है। इसमें कहा गया है कि निगरानी और विशिष्ट जानकारी के आधार पर आरोपी को पुलिस टीम ने शुक्रवार देर रात गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी के खिलाफ सात से ज्यादा अपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने कहा कि उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है और आगे की कार्रवाई के लिए महतो की गिरफ्तारी की जानकारी बिहार पुलिस के साथ साझा की गई है। पुलिस ने बताया कि मास्टमाइंड महतो किसान परिवार से है और परिवार में चार भाई और दो बहनें हैं। उसके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। बिहार में हालांकि शराबबंदी के कारण उसे जल्दी और आसानी से पैसा कमाने की सूझी। वह कथित तौर पर नकली शराब बनाने और उसकी बिक्री करने में लग गया। 

भारत में नकली शराब के सेवन से पिछले छह वर्षों में करीब सात हजार लोगों की जान की गई है और मौत के सबसे ज्यादा मामले मध्य प्रदेश, कर्नाटक और पंजाब में दर्ज किए गए हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। आंकड़ों के अनुसार, देश में नकली शराब के सेवन से वर्ष 2016 में मौत के 1,054 मामले सामने आए, जबकि वर्ष 2017 में इससे 1,510, वर्ष 2018 में 1,365, वर्ष 2019 में 1,296 और वर्ष 2020 में 947 लोगों की जान गई। 

आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2021 में पूरे देश में नकली शराब के सेवन से जुड़ी 708 घटनाओं में 782 लोगों की मौत हुई। ‍इस दौरान उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 137, पंजाब में 127 और मध्य प्रदेश में 108 लोगों की जान गई। एनसीआरबी के अनुसार, 2016 से 2021 तक छह साल की अवधि में नकली शराब ने भारत में कुल 6,954 लोगों की जान ली। इस लिहाज से नकली शराब के सेवन से देश में प्रतिदिन औसतन तीन से अधिक लोगों की मौत हो रही है।

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