बरेली: स्ट्रीट और मिनी हाईमास्ट लाइटों से जगमग होगा छावनी क्षेत्र

Amrit Vichar Network
Published By Moazzam Beg
On

बरेली/कैंट, अमृत विचार। बरेली छावनी परिषद के सभागार में मंगलवार को साल की पहली मासिक बैठक हुई। नए बोर्ड अध्यक्ष ब्रिगेडियर मनीष कुकरेती ने शपथ ग्रहण कर पद भार संभाला। उनकी अध्यक्षता में हुई बैठक में कई विकास कार्यों के प्रस्तावों पर मंजूरी की मुहर लगी, जिनमें बदायूं रोड, बीआई व सदर बाजार की सड़कों पर लगे डिवाइडरों की रंगाई पुताई का कार्य, शहनाई बारात घर के पास वाहनों की पार्किंग व्यवस्था, अंधेरा रहने वाले क्षेत्रों में श्मशान भूमि, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम के पीछे कब्रिस्तान को जाने वाली सड़क, रामलीला मैदान को जाने वाली सड़क व हेमंत स्कूल वाली सड़क पर एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाई जाने जैसे कार्यों को किया जाएगा।

ये भी पढ़ें- बरेली: बीएससी के छात्र समेत दो मोबाइल चोर गिरफ्तार

छावनी परिषद के सीईओ विवेक सिंह, बोर्ड के नामित सदस्य डा. वैभव जायसवाल, दीप सक्सेना, मनोज तिवारी, मनोज यादव, पारस नाथ, विकास गुप्ता, अभिषेक सक्सेना, अमित बंसल आदि मौजूद रहे।

कैंट जनरल अस्पताल में 24 घंटे मिलेंगी चिकित्सकीय सेवाएं
सीईओ विवेक सिंह ने बताया कि सदर बाजार के गोल मार्केट, बीआई बाजार आदि चौराहों पर मिनी हाईमास्ट की व्यवस्था शीघ्र कराई जाएगी। इसके अलावा कैंट जनरल अस्पताल में 24 घंटे मरीजों को चिकित्सकीय सेवाएं दी जाएंगी। पैरामेडिकल स्टाफ के साथ इमरजेंसी चिकित्साधिकारी उपलब्ध रहेंगे। इसके अलावा फिजिशियन, हड्डी रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, डेंटल सर्जन व पैथोलॉजिस्ट समेत सभी रोगों के डाक्टर ऑन काल रहेंगे। बोर्ड के इन प्रयासों से रोगियों को बेहतर चिकित्सीय सेवाएं मुहैया कराई जाएंगी।

चिल्ड्रन पार्क को पूर्ण रूप से पीपीपी पर दिए जाने का फैसला
बैठक में चिल्ड्रन पार्क को पूर्ण रूप से पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनर) मोड पर दिए जाने का फैसला लिया गया, जिसमें ठेकेदार को पार्क के रख रखाव व सुंदरता बनाए रखने के पूर्ण अधिकार होंगे। ठेकेदार मरम्मत आदि कार्य भी करा सकेगा। इसमें कैंट बोर्ड का कोई हस्तक्षेप नहीं रहेगा।

लोगों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधाएं नहीं मिल पा रही थीं। इस दिशा में भी बोर्ड ने बड़ा कदम उठाया है। इसके परिणाम शीघ्र ही मिलने लगेंगे।-विवेक सिंह, सीईओ, छावनी परिषद

ये भी पढ़ें- बरेली: ऐसी भी क्या जल्दी...आदेश हुए नहीं, मरीजों से वसूलने लगे पर्चा शुल्क

 

संबंधित समाचार