गंगासागर मेला स्थल: तट पर हो रहा कटाव, रोकने के लिए उठाये गये कदम 

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Published By Om Parkash chaubey
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सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल)। गंगासागर मेले के केंद्र कपिल मुनि मंदिर के 500 मीटर के दायरे में तट पर लगातार कटाव हो रहा है और पश्चिम बंगाल सरकार उसे रोकने के लिए कदम उठा रही है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रविवार से शुरू हो रहे नौ दिवसीय मेले के मद्देनजर कुछ ‘अस्थायी इंतजाम’ पहले ही किये गये हैं लेकिन दीर्घकालिक उपाय मेला खत्म होने के बाद किये जाएंगे।

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मेले में लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। अधिकारी ने कहा कि इस हिस्से में कटाव प्राकृतिक है तथा यह ज्वारीय प्रिज्म (नदी के मुहाने पर उच्च ज्वार एवं मध्य निम्न ज्वार के बीच पानी की मात्रा) में गिरावट एवं संबंधित प्रभावों के कारण होता है लेकिन मई, 2021 में चक्रवात यास ने वहां स्थिति बहुत गंभीर बना दी। उन्होंने कहा, ‘‘ कपिल मुनि आश्रम के आसपास तट अपरदन के कारण गायब ही हो गया। यह मंदिर से करीब 450 मीटर दूर है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ मंदिर के समीप की तीन सड़कों पर भी खतरा मंडरा रहा है। लेकिन चिंता की कोई जरूरत नहीं है। हमने प्रायोगिक परियोजना शुरु की है और मकर सक्रांति समागम को लेकर तट को बहाल किया है।’’ सागर द्वीप में स्थित कपिल मुनि मंदिर के मुख्य पुजारी महंत संजय दास ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार इस समस्या के समाधान पर काम कर रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘ पानी धीरे-धीरे आश्रम तक पहुंच रहा है। इसमें केंद्र के सहयोग की भी जरूरत है।’’ अधिकारी ने कहा कि मेला क्षेत्र के अलावा द्वीप के बंकिमनगर, सुमतिनगर और शिवपुर में भी अपरदन नजर आ रहा है तथा प्रशासन ने उसे रोकने के लिए कदम उठाये हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कपिल मुनि आश्रम के आसपास तट पर हमने ‘ट्रैप बैग’ का इस्तेमाल किया है।

हमने वहां 475 मीटर क्षेत्र को ढंक दिया है। यदि यह सफल रहा तो हमारी योजना वहां अपरदन को रोकने के लिए इसी प्रक्रिया का इस्तेमाल करने की है।’’ ‘ट्रैप बैग’ का उपयोग बाढ़ एवं अपरदन रोकने के लिए किया जाता है।

अधिकारी ने कहा, ‘‘ तट के अपरदित हिस्से को पहले मिट्टी से भरा गया है और फिर उस पर बालू से भरी बोरियां रखी गई हैं।’’ सिंचाई विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि ये अस्थायी उपाय हैं और मेला खत्म होने के बाद प्रशासन उन स्थानों पर दीर्घकालिक उपाय करेगा।

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