रेलवे का लोहा बेचे जाने का मामला: बर्तन व्यापारी के प्रतिष्ठान पर पहुंची RPF, CCTV खंगाले...छानबीन में जुटी

Amrit Vichar Network
Published By Vishal Singh
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शहर में चर्चित प्रकरण में तीन दिन बाद भी संशय बरकरार, शहर के एक बर्तन व्यापारी द्वारा रेलवे का लोहा बेचने का मचा है शोर 

पीलीभीत, अमृत विचार। पिछले तीन दिनों से शहर में चर्चित बर्तन व्यापारी द्वारा बेचा गया लोहा रेलवे का होने का मचा शोर मचने के बाद रेलवे के अफसर संजीदा हुए हैं। वरिष्ठ अधिकारियों तक प्रकरण पहुंचने के बाद आरपीएफ की टीम सुरागरसी करते हुए बर्तन व्यापारी के प्रतिष्ठान तक पहुंच गई।

वहां पर लगे सीसीटीवी की फुटेज भी खंगाली और जानकारी जुटाई। इसमें किशोर को थप्पड़ मारने की भी बात कैद मिलना बताया जा रहा है। मगर, अभी रेलवे ले लोहे और कबाड़ी के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है। इसे लेकर छानबीन अभी जारी है। 

घटना शुक्रवार को उस वक्त सुर्खियों में आई थी जब दुकान पर काम करने वाले किशोर को थप्पड़ मारा गया। उसके बाद किशोर के परिजन जमा होकर दुकान पर पहुंच गए थे। काफी देर तक हंगामा हुआ और फिर आपसी सुलह के चलते शिकायत नहीं की गई थी।

किशोर ने बताया था कि एक दिन पहले व्यापारी के  छोटे भाई ने गोदाम पर रखा कथित रेलवे का लोहा सामने के एक दुकानदार की मदद से बुलवाए गए कबाड़ी की मदद से बिकवा दिया था। लोहा करीब साढ़े पांच कुंतल था जो कि बीस हजार रुपए के आसपास में बिका था। छोटे भाई ने बड़े को बताने से मना किया था तो किशोर ने डर की वजह से किसी को बताया नहीं।

शुक्रवार को इसकी भनक लगते ही व्यापारी ने अपने छोटे भाई को डांट दिया और किशोर के थप्पड़ जड़ दिया। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते शिकायत करने से किशोर के पिता ने कानूनी करवाई से इंकार कर दिया था।

जिसके बाद मामला व्यापारी नेताओ तक पहुंचा और फिर उनके द्वारा भी रेलवे का लोहा बेचे जाने की बात दबी जुबां से पुष्ट की गई थी। यह समाचार प्रकाशित हुआ तो रेलवे में खलबली मच गई। वरिष्ठ अधिकारियों ने संज्ञान लिया तो सोमवार को आरपीएफ की टीम जांच करने पहुंची। 13 तारीख की सीसीटीवी फुटेज चेक की गई। जिसमे किशोर को थप्पड़ मारने की घटना कैद मिली, कुछ लोहा भी दिखा।

मगर, रेलवे का न होने की बात कही गई। हालांकि उससे एक दिन पहले जब सरकारी लोहा बेचने की बात कही जा रही है। उसकी फुटेज अभी देखी नहीं गई है। इसके अलावा बाजार में चर्चा रही कि रेलवे का कथित लोहा तो गोदाम पर था। कबाड़ी तक भी टीम नहीं पहुंची है जिसने लोहा खरीदा था। वह मिल जाता तो काफी हद तक तस्वीर स्पष्ट हो जाती। फिलहाल अभी भी जांच चल रही है। 

थप्पड़ मारने की घटना कैद होने से बात को मिला बल
आरपीएफ के कर्मचारी की माने तो थप्पड़ मारने की घटना कैद मिली है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि किशोर की बात में कुछ तो सत्यता रही होगी। फिलहाल अभी किशोर और कबाड़ी के न मिलने से पूरी सत्यता निकल कर नहीं आ सकी है।

समाचार पत्र में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेकर आरपीएफ कमांडेंट और असिस्टेंट कमांडेंट को गंभीरता से मामले से अवगत कराया गया है। जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। - राजेंद्र सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, इज्जतनगर मंडल।

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