Kanpur : हैलो अमृत विचार में वरिष्ठ ईएनटी सर्जन डॉ. मधुकर वशिष्ठ बोलें- प्रदूषण से मात्र बचाव ही एक इलाज
कानपुर में डॉ. मधुकर वशिष्ठ ने लोगों के सवालों के जवाब दिए।
कानपुर में हैलो अमृत विचार कार्यक्रम में वरिष्ठ ईएनटी सर्जन डॉ. मधुकर वशिष्ठ ने लोगों के सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि प्रदूषण ईएनटी के मरीज बढ़ा रहा। इससे बचाव ही एक इलाज है।
कानपुर, अमृत विचार। ठंड के मौसम में कान का दर्द, जुकाम, गले में खराश और आवाज बदलने की समस्या होती है। प्रदूषण इस परेशानी को और बढ़ा देता है। प्रदूषण से बचाव ही इसका इलाज है। यह जानकारी सुश्रुत हॉस्पिटल के वरिष्ठ ईएनटी सर्जन डॉ. मधुकर वशिष्ठ ने हैलो अमृत विचार में लोगों की दीं। कानपुर समेत कई जिलों से पाठकों ने सवाल पूछे।
गला बैठने की समस्या कई महीनों से है। कान से पानी आता है। सुनने में दिक्कत आती है क्या करें।- मनीष सोनकर, कानपुर
- अगर आप धूल और धुआं वाले क्षेत्रों में रहते हैं तो मास्क जरूर लगाएं। प्रदूषण के कारण भी ईएनटी की समस्या हो रही है। किसी विशेषज्ञ को दिखा लें ताकि समय से उपचार शुरू हो सके।
कान में दर्द होता है, ब्लूटूथ का इस्तेमाल करते हैं, क्या इससे दिक्कत हो सकती है।- सुनील कुमार, बांदा
- ब्लूटूथ और इयरफोन दोनों की कंडीशन में कान से ब्रेन तक जाने वाली नस और उसमें सुनने वाला पार्ट डिस्टर्ब हो जाता है। ज्यादा इस्तेमाल करने पर आगे चलकर हेयरिंग लॉस की भी शिकायत हो जाती है। बचाव करें तो आपका कान का दर्द ठीक हो जाएगा।
अक्सर जुकाम बना रहता है। सिर में दर्द की भी समस्या है।- राम कुमार, फतेहपुर
- इस तरह की दिक्कत एलर्जी की वजह से होती है। लंबे समय तक यह समस्या होने से कई बार सायनोसायटिस हो जाता है। ऐसे में बचाव ही उपाय है। एक बार जांच करा लें। ठंड में निकलें तो सिर और कान को ढंक कर रखें।
कान में बहुत दिनों से दर्द है। रात में यह दर्द ज्यादा रहता है। डॉक्टर को दिखाते हैं तो वह पेन किलर दे देते हैं।- राजेश, गाजीपुर फतेहपुर
- क्योंकि आपको लंबे समय से दर्द है। इसलिए एक बार कान की जांच करा लें। जांच के आधार पर ही इलाज होगा। बिना चिकित्सक की सलाह के दवा न लें।
मेरी डेढ़ साल की बच्ची है वह सोते समय खर्राटे बहुत लेती है। क्या करें ?- गुलशन, आवास विकास कल्याणपुर।
- एडिनॉइड बीमारी की वजह से ऐसी समस्या देखने को मिलती है। एक बार बच्ची का एक्सरे करा लें। उसके बाद ही इलाज सही से हो सकेगा। बिना एक्सरे के इलाज करना उचित भी नहीं रहेगा।
मेरा गला बार-बार बैठ जाता है। पांच महीने से यह समस्या है, क्या करें। कई बार दवा ली पर कोई फायदा नहीं हुआ।- रवींद्र कुमार, काकादेव
एक बार डॉक्टर को दिखा लें, ठंडा पानी पीने से परहेज करें। गर्म पानी का सेवन करते रहें। बिना सलाह के दवा न खाएं।
सुबह उठने पर कान में दर्द रहता है। जुकाम भी रहता है। गला बैठ जाता है।- रमेश, रावतपुर
देखना पड़ेगा की कान से जो ट्यूब जाती है वो ब्लॉक तो नहीं हुई है। कई बार इस वजह से कान में दर्द होता है। एक बार जांच करा लें। फिर समस्या सामने आ जायेगी। इस समस्या को गंभीरता से लें और चिकित्सक से परामर्श जरूर लें। ताकि सही समय पर उपचार शुरू हो सके।
ठंड की वजह से कई बार जुकाम और बुखार हो जा रहा है। सांस लेने में दिक्कत होती है। कोई घरेलू उपचार बता दें। बेटे को भी समस्या है।- प्रियंका शुक्ला, आईआईटी कानपुर
एलोपैथी चिकित्सा पद्धति में कोई घरेलू उपचार नहीं होता है। सिर्फ बचाव ही उपाय है। एक बार एलर्जी का टेस्ट करा लें। उससे यह पता चल जायेगा कि यह बार-बार क्यों हो रहा है।
कान में खुजली होती है, पानी आता है। डॉक्टर से दवा ली, लेकिन कुछ दिन सही रहा फिर रूसी हो गई। कान की समस्या भी ठीक नहीं हो रही है।- विकास बाजपेयी, पनकी कानपुर
इस समस्या का जड़ से निवारण करने की जरूरत है। आगे चलकर यह बड़ा रूप ले सकती है। एक बार जांच करा लें। बिना जांच के दवा लेने का कोई लाभ नहीं है।
इन्होंने ने भी किया फोन
राजेश हमीरपुर, ब्रजेश इटावा, विनोद कुमार फर्रुखाबाद, राजेश वर्मा शुक्लागंज, अमित द्विवेदी फतेहपुर, राशिद फतेहपुर, अजय प्रकाश गोविंद नगर, अजय सिंह रावतपुर।
यह भी पढ़ें- सफेद बाघ सफारी गया तो कभी नहीं देख पाएंगे कानपुरवासी, ढाई साल से अस्पताल के पिंजड़े में कैद है खूबसूरत बाघ
