चित्रकूट: ...तो प्रधानाचार्य ने बिना वार्ता कह दी स्पेशल लीव की बात

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Published By Ankit Yadav
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व्हाट्स ग्रुप में मैसेज का मामला गरमाया

अमृत विचार, चित्रकूट। चित्रकूट इंटर कालेज के प्रधानाचार्य डा. रणवीर सिंह चौहान का व्हाट्सएप ग्रुप में शिक्षक महासम्मेलन के संबंध में मैसेज करने और इसमें स्पेशल लीव की बात कहने का मामला सुर्खियों में छाया है। जिला विद्यालय निरीक्षक देवेंद्र स्वरूप ने इस संबंध में प्रधानाचार्य से स्पष्टीकरण भी मांगा है। 

गौरतलब है कि सीआईसी प्रधानाचार्य ने प्रिंसिपल ग्रुप सीकेटीडी नामक व्हाट्सएप ग्रुप में 21 जनवरी को एक टेक्स्ट मैसेज पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने 23 जनवरी को भजन संध्या रैन बसेरा सीतापुर में शिक्षक महासम्मेलन होने की जानकारी दी थी और कहा था कि इसमें यूपी सरकार के मंत्री मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। उन्होंने शिक्षकों से निवेदन किया था कि इसमें शामिल हों। बताया गया था कि इसमें आने-जाने का वाहन खर्चा दिया जाएगा और भोजन व्यवस्था भी रहेगी। चुनाव के समय में इस तरह का मैसेज होने का मामला गरमाया और राजनीतिक दलों ने इसे लपक लिया। बात तब तूल पकड़ने लगी तो जिला विद्यालय निरीक्षक देवेंद्र स्वरूप ने इस संबंध में प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपना पक्ष रखा।

डीआईओएस ने बताया कि प्रधानाचार्य ने मैसेज में यह जानकारी दी थी कि स्पेशल लीव रहेगी, जिलाधिकारी महोदय तथा जिला विद्यालय निरीक्षक महोदय से वार्ता हो गई है। बताया कि बाद में प्रधानाचार्य ने यह मैसेज स्वयं ग्रुप से डिलीट किया है। डीआईओएस ने बताया कि प्रधानाचार्य डा. रणवीर सिंह चौहान ने जो पोस्ट किया था। उपरोक्त मैसेज से उनका या विभाग का कोई लेनादेना नहीं है और न ही इस हेतु कोई स्पेशल लीव (विशेष अवकाश) किया गया है। यह मैसेज व्यक्तिगत रूप से प्रधानाचार्य का है। डीआईओएस ने इस संबंध में प्रधानाचार्य से बिना उनसे वार्ता के मैसेज पोस्ट करने के संबंध में प्रतिउत्तर भी मांगा है। 
  
बाबू दबा गए प्रेस विज्ञप्ति

मजे की बात यह कि यह पूरा मामला 22 जनवरी का है। डीआईओएस कार्यालय से इस संबंध में उसी दिन प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी थी। पर विज्ञप्ति दबा ली गई। जब नेताओं ने इसे व्हाट्स एप ग्रुपों पर डाला तो मामला पूरी तरह सामने आया। डीआईओएस ने बताया कि इसे समाचार पत्रों के कार्यालयों में देने के निर्देश भी दिए थे। कहा कि वह अभी कुछ दिन पहले ही आए हैं। देखते हैं कि किस स्तर पर लापरवाही हुई।

राजनीतिक दलों ने लिया आड़े हाथों

उधर, इस पूरे मामले को लेकर राजनीति भी गरमा गई है। सपा जिलाध्यक्ष अनुज सिंह यादव ने कहा कि यह चुनाव आचार संहिता का गंभीर उल्लंघन है। कहा कि प्रधानाचार्य भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य हैं और सम्मेलन के नाम पर एमएलसी चुनाव के मतदाताओं को प्रलोभन दिया जा रहा था। मांग की कि इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। उधर, माकपा जिला सचिव रुद्र प्रसाद मिश्र एडवोकेट ने कहा कि इस तरह के मैसेज भेजना गलत है। अपराध की रिपोर्ट दर्ज कराई जानी चाहिए।

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