Share Market: आम बजट, अमेरिकी केंद्रीय बैंक के ब्याज दर पर निर्णय से पहले शेयर बाजार में मामूली बढ़त
मुंबई। घरेलू शेयर बाजार में मंगलवार को मामूली तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स 49 अंक से अधिक के लाभ में रहा। निवेशकों ने केंद्रीय बजट और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत दर को लेकर निर्णय से पहले सतर्क रुख अपनाया। कारोबार के अंतिम घंटे में लिवाली से 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 49.49 अंक यानी 0.08 प्रतिशत की तेजी के साथ 59,549.90 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 59,787.63 अंक तक गया और नीचे में 59,104.59 अंक तक आया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 13.20 अंक यानी 0.07 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,662.15 अंक पर बंद हुआ।
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सेंसेक्स के शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, पावर ग्रिड, भारतीय स्टेट बैंक, आईटीसी, टाटा मोटर्स और आईसीआईसीआई बैंक प्रमुख रूप से लाभ में रहे। दूसरी तरफ टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, एशियन पेंट्स और एचडीएफसी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, घरेलू शेयर बाजार का प्रदर्शन दुनिया के अन्य बाजारों की तुलना में हल्का रहा।
इसका कारण शेयरों का उच्च मूल्य पर होना है...इसके अलावा बाजार पर अडाणी समूह के मामले का भी असर है। एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) की बिक्री बढ़ी है। अब निवेशकों की नजर बजट और फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति पर है। इसको लेकर बाजार की मिली-जुली राय है।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख था। अमेरिकी बाजार में सोमवार को गिरावट रही। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 83.90 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 6,792.80 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
रुपया 41 पैसे लुढ़ककर 81.93 प्रति डॉलर पर
वर्ष 2022-23 की आर्थिक समीक्षा में देश का निर्यात सुस्त रहने तथा चालू खाते का घाटा (कैड) बढ़ने का अनुमान लगाए जाने के बाद रुपये पर दबाव कायम हो गया तथा अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 41 पैसे लुढ़ककर 81.93 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशी कोषों की निकासी और घरेलू शेयर बाजार में सुस्ती से भी निवेशकों की कारोबारी धारणा प्रभावित हुई। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 81.61 पर कमजोर खुला लेकिन दिन के कारोबार में यह 82 प्रति डॉलर तक लुढ़क गया।
कारोबार के अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव से 41 पैसे लुढ़ककर 81.93 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान रुपये ने 81.58 के दिन के उच्च स्तर और 82.07 के निम्न स्तर को छुआ। इससे पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 81.52 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.15 प्रतिशत बढ़कर 102.43 हो गया। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.18 प्रतिशत घटकर 83.90 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि निवेशक फेडरल रिजर्व से ब्याज दर के फैसले और 2023-24 के आम बजट के लिए तैयार हैं, दोनों की घोषणा बुधवार को होनी है। आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि निर्यात में स्थिरता रहने और बाद में चालू खाते के घाटे के बढ़ने के कारण भारतीय रुपय का मूल्य दबाव में रह सकता है। घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर, 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 49.49 अंक की तेजी के साथ 59,549.90 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने सोमवार को शुद्ध रूप से 6,792.80 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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