अमरोहा: गाय के विवाद को लेकर भांजों ने की मामा की पीट-पीटकर हत्या
गांव सिकरौली की घटना, भांजे ने एक वर्ष पहले दान में दी थी बछिया
बिजेंद्र का (फाइल फोटो)
हसनपुर/अमरोहा, अमृत विचार। तहसील क्षेत्र के गांव सिकरौली में गाय को लेकर हुए विवाद में भांजों ने सगे मामा की पीट-पीटकर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी गाय लेकर चले गए। हालांकि परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। लेकिन उसकी सांसें थम गईं। मृतक के बेटे ने आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी है।
सिकरौली गांव में बिजेंद्र का परिवार रहता है। रहरा थाना क्षेत्र के गांव तरौली निवासी उसके भांजे सोनू ने उसे एक वर्ष पहले बछिया दान में दी थी। बिजेंद्र ने बछिया का पालन पोषण सही तरीके से किया। शनिवार को कुलदीप अपने भाई सोनू और साथी रामवीर मामा के घर पहुंचे। यहां गाय को देखकर कुलदीप की नियत खराब हो गई। शनिवार दोपहर बिजेंद्र खेत पर काम कर रहा था। तभी तीनों घेर में बंधी गाय को खोल कर ले गए। बिजेंद्र ने गाय की तलाश की।
इस दौरान दौलतपुर कुटी स्कूल के पास उसे उसके भांजे गाय को ले जाते दिखाई दिए। बिजेंद्र व उसका तहेरा भाई कोशेंद्र मौके पर पहुंचे। गाय को ले जाने का विरोध करने पर मामा भांजों में कहासुनी हो गई। भांजों व उनके साथी ने बिजेंद्र को लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटकर अधमरा कर दिया। रास्ते में तड़पता छोड़कर आरोपी गाय लेकर चले गए।
तहेरे भाई ने घटना की जानकारी परिजनों को दी तो वह मौके पर पहुंच गए। परिजन गंभीर घायल को लेकर अस्पताल पहुंचा। वहां बिजेंद्र ने उपचार से पहले ही दम तोड़ दिया। हत्या की सूचना मिलने के बाद कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थाने के कार्यवाहक प्रभारी जितेंद्र कुमार बालियान ने बताया कि मृतक के पुत्र अभिकेष ने चार लोगों के खिलाफ तहरीर दी है। इसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
अधमारा होने तक आरोपी मामा पर बरसाते रहे लाठी-डंडे
एक तरह जहां गोवंश छुट्टा घूम रहे हैं, उनका संरक्षण भी ठीक से नहीं हो पा रहा है। वहीं गांव सिकरौली में एक गाय को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि भांजों ने अपने मामा को ही मार डाला। आरोपी पीड़ित पर लाठी-डंडों बरसाते रहे। पीड़ित ने छोड़ने की गुहार लगाई, लेकिन वे अधमारा होने तक पीटते रहे। फिलहाल इस घटना के एक आरोपी को गिरफ्तार क लिया गया है। तीन आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। गांव सिकरौली गुर्जर निवासी 47 वर्षीय बिजेंद्र किसान थे। उनके बहनोई इकराम गांव तरौली में रहते हैं। इकराम के बेटे सोनू बछिया मामा को दी थी। शुक्रवार को कुलदीप अपने साथी रामवीर के साथ अपने मामा बिजेंद्र के घर पहुंचा था। यहां उससे कहा कि बछिया तो अच्छी पल रही है और अपने घर चला गया। शनिवार को बिजेंद्र अपने परिवार के साथ खेत पर कार्य कर रहा था। तभी कुलदीप व सोनू अपने बहनोई भोला निवासी गांव हिरनौटा व रामवीर गांव में पहुंचे थे। गाय को खोल ले जाने लगे तो ग्रामीणों ने बिजेंद्र को सूचना दी।

वह अपने तहेरे भाई कोशिंदर के साथ गाय की तलाश करते हुए गांव कुटी दौलतपुर पहुंच गया। यहां दोपहर लगभग 12 बजे टंकी के पास उन्हें पकड़ लिया। चारों से बिना बताए गाय लाने का कारण पूछा तो आरोपियों ने बिजेंद्र पर लाठी-डंडे बरसा दिए। उसे मरा हुआ समझ कर मौके से भाग गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे परिजनों ने घायल को चिकित्सकों को दिखाया तो मृत घोषित कर दिया। जिससे घर में कोहराम मच गया। मृतक की पत्नी संतोष देवी का रो- रोकर बुरा हाल है। मृतक ने अपने पीछे दो लड़की व दो लड़के छोड़े हैं। सूचना के बाद अपराध इंस्पेक्टर जितेंद्र बालियान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम को भिजवाया। मृतक के पुत्र अभिषेक ने कुलदीप, सोनू, रामवीर व भोला के खिलाफ नामजद तहरीर देकर न्याय की मांग की है। सुरक्षा की दृष्टि से दोनों गांव में पुलिस तैनात है। पुलिस क्षेत्राधिकारी अभिषेक यादव ने बताया कि गाय को लेकर विवाद हुआ था। इसमें मामा-भांजों में मारपीट हो गई। घायल मामा की उपचार के दौरान मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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