शाहजहांपुर: स्कूलों में फाइलेरिया की दवा खाने से 149 बच्चों की तबीयत बिगड़ी, मचा हड़कंप

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Published By Vishal Singh
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शाहजहांपुर, अमृत विचार। फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के पहले दिन जिलेभर में तो सब कुछ ठीक रहा, लेकिन ब्लाक मदनापुर के प्राथमिक विद्यालय फिरोजपुर डूंडा और चंदोखा में मध्याह्न भोजन के बाद बच्चों को दवा खिलाते ही 149 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। गनीमत रही कि किसी भी बच्चे को भर्ती करने की नौबत नहीं आई। सभी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। 

फाइलेरिया उन्मूलन के तहत शुक्रवार से स्वास्थ्य विभाग ने दवा खिलाने का अभियान शुरू किया। विकासखंड मदनापुर के प्राथमिक विद्यालय फिरोजपुर डूंडा में मध्याह्न भोजन के बाद आशा वर्कर ने बच्चों को दवा खिलाई। विद्यालय में 115 में से 83 बच्चे उपस्थित थे, जिन्हें दवा खिलाई गई। दवा खाने के कुछ देर के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। पेट और सिर में दर्द के साथ  बच्चों ने चक्कर आने की बात कही तो हड़कंप मच गया। प्रधानाध्यापक उपेंद्र सिंह ने बताया कि सभी 83 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई थी। बच्चों को बीमार होते देख उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी बागीश गौतम को सूचना दी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बच्चों का उपचार किया। कुछ देर बाद बच्चों की हालत सामान्य हो गई।

सूचना पर कुछ के अभिभावक भी आ गए और सभी बच्चों को घर भेज दिया गया। उधर, इसी विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय चंदोखा में भी बच्चों की तबीयत खराब हो गई। प्रधानाध्यापक मोहित सिंह ने बताया कि उपस्थित 66 बच्चों के एमडीएम खाने के बाद दवा खाते ही तबीयत बिगड़ने लगी।  मोहित के अनुसार, उनके स्कूल में चार से पांच बच्चों की तबीयत बिगड़ी है। हालांकि सभी की तबीयत अब ठीक है।

दवा का सेवन करने वाले के अंदर यदि फाइलेरिया के जीवाणु हैं तो उन्हें यह दिक्कत हो सकती है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। कुछ देर बाद स्थिति सामान्य हो जाती है। सभी बच्चे सामान्य हैं। कुछ तो सिर्फ घबरा गए थे-डॉ. सूर्यप्रकाश गंगवार, जिला मलेरिया अधिकारी।

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