बरेली: नेता जी ने कहा है... आपकी ग्राम पंचायत में साइन बोर्ड लगेगा
बरेली, अमृत विचार। ग्राम पंचायतों में भगवा रंग के अवैध रेडियम रिफ्लेक्टिव साइन बोर्ड लगाकर लाखों की सरकारी रकम का गोलमाल करने के मामले में अब ग्राम निधि खातों की जांच का निर्देश दिया गया है। ग्राम निधि खाते से साइन बोर्ड का भुगतान होने की स्थिति में ग्राम प्रधान और सचिव के साथ एडीओ पंचायत पर भी कार्रवाई होना तय माना जा रहा है। उधर, कई ग्राम प्रधानों ने सफाई दी है कि उनके इन्कार करने के बावजूद ठेकेदार ने नेताजी का नाम लेकर रातोंरात साइन बोर्ड लगवा दिए।
जिले की डेढ़ सौ से ज्यादा ग्राम पंचायतों में शासन की गाइड लाइन की धज्जियां उड़ाते हुए अवैध साइन बोर्ड लगवाए गए हैं। तमाम ग्राम पंचायतों में एक साइन बोर्ड के लिए ग्राम निधि खाते से 35 हजार रुपये का भुगतान किया गया है। इस तरह 50 लाख से ज्यादा सरकारी रकम का गोलमाल किया गया है। सर्वाधिक साइन बोर्ड पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह के क्षेत्र में मझगवां ब्लॉक की ग्राम पंचायतों में लगाए गए हैं। इसके बाद क्यारा ब्लॉक की ग्राम पंचायतों में भी बड़े पैमाने पर यही गोलमाल किया गया है। ये साइन बोर्ड ग्राम पंचायतों में एक ही फर्म से लगवाए गए हैं, लागत के मुकाबले उनका मूल्य भी काफी ज्यादा चुकाया गया है।
अमृत विचार में यह मामला उजागर होने के बाद अब एक के बाद एक परत खुलनी शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि सियासी दबाव में बोर्ड लगाए गए हैं। डीपीआरओ धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि फिलहाल देखा जा रहा है कि किन-किन ग्राम पंचायतों में बोर्ड लगवाए गए हैं और इनका भुगतान कहीं ग्राम निधि से नहीं तो किया गया। इसकी जांच के लिए सभी गांवों के ग्राम निधि खातों की जांच कराई जाएगी। अगर कहीं भी ग्राम निधि खाते से इसका भुगतान हुआ है तो इसके लिए प्रधान, सचिव और एडीओ पंचायत को जिम्मेदार माना जाएगा।
उधर, तमाम प्रधानों का कहना है कि मझगवां ब्लॉक की 90 फीसदी ग्राम पंचायतों में बोर्ड लगवाए गए हैं। ग्राम प्रधानों के पास ठेकेदार का इतना भर फोन आया कि नेता जी ने कहा है, गांव में साइन बोर्ड लगाया जाएगा। इसका भुगतान 10 दिन बाद करना होगा। कई ग्राम प्रधानों ने इन्कार किया लेकिन इसके बावजूद रात में किसी समय साइन बोर्ड लगा दिया गया।
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