हिंदी रिमीडियल प्रशिक्षण से लखनऊ के कक्षा 6 से 8 तक सरकारी विद्यालयों में बढ़ेगी शैक्षिक गुणवत्ता, डॉयट पर प्रशिक्षण शुरू
अमृत विचार लखनऊ। राजधानी में बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित कक्षा 6 से आठ तक जूनियर विद्यालयों में हिंदी विषय की पढ़ाई में पहले से और बेहतर गुणवत्ता लाने के लिए शिक्षका का डॉयट पर प्रशिक्षण शुरू हुआ है। इस प्रशिक्षण के बाद उन बच्चों को काफी राहत मिल जायेगी जो हिंदी विषय की पढ़ाई में पिछड़े हैं साथ ही बच्चों को उच्चारण में भी मजबूती मिलेगी। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (यूपीएससीईआरटी) की पहल के बाद राज्य हिंदी संस्थान के निर्देश पर डायट में इस प्रशिक्षण को पूरा करने के लिए चार चरण निर्धारित किए गये हैं।
पहले चरण की शुरूआत सोमवार को हुई। जिसमें माल, गोसाईगंज और नगर क्षेत्र जोन एक के सरकारी विद्यालयों से 50 हिंदी विषय के शिक्षक शामिल हुए हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए डॉयट प्राचार्य अजय कुमार सिंह ने बताया कि ये प्रशिक्षण नोडल अधिकारी पूजा उपाध्याय की के नेतृत्व में हो रहा है। जो की चार चरणों में चलेगा। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में संदर्भदाता की भूमिका सर्वेश शुक्ला, यदुवेंन्द्र पाण्डेय, वंदना श्रीवास्तव, मधु वाजपेई, प्रीति द्विवेदी, स्वपनिल सुमन मौर्य, पूनम मालवीय है।
राज्य हिंदी संस्थान ने विकसित किये तीन मॉडल
जानकारी देते हुए डॉयट प्राचार्य अजय कुमार सिंह ने बताया कि कक्षा 6 से 8 तक पढ़ाई के लिए राज्य हिंदी संस्थान बनारस की ओर से तीन शिक्षक संदर्शिकायें और तीन कार्य पुस्तिकायें विकसित की गई हैं। इन पुस्तिकाओं के माध्यम से सभी चारो चरण के प्रशिक्षण पूरे किए जायेंगे।
इस तरह निर्धारित हैं प्रशिक्षण के चरण
- प्रथम चरण: माल, गोसाईगंज.नगर क्षेत्र जोन-1 के शिक्षकों को प्रशिक्षण 27 से 1 मार्च तक
- द्वितीय चरण: मोहनलालगंज, सरोजिनी नगर, जोन-2 के शिक्षकों का प्रशिक्षण 2 से 4 मार्च तक
- तृतीय चरण: काकोरी, चिनहट, जोन-3 के शिक्षकों का प्रशिक्षण 13 से 15 मार्च तक
- चतुर्थ चरण: बीकेटी मलिहाबाद जोन-4 के शिक्षकों का प्रशिक्षण 16 से 18 मार्च तक
