काशीपुर: सात्विक, राजसिक और तामसिक खाद्य पदार्थ आपके शरीर व मस्तिष्क में क्या असर डालते है जानिए डॉक्टर्स की जुबानी

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Published By Shweta Kalakoti
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काशीपुर, अमृत विचार। राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से जिला स्तरीय स्वच्छ भोजन बेहतर जीवन विषय आधारित संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

गुरुवार को चंद्रावती तिवारी कन्या महाविद्यालय में कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि महापौर ऊषा चौधरी, अध्यक्षा प्राचार्या डॉ. कीर्ति पंत ने दीप प्रज्ज्वलित किया। विषय विशेषज्ञ डॉ. आलोक टंडन ने प्रोजेक्टर के माध्यम से सात्विक, राजसिक व तामसिक भोजन का मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों की जानकारी दी।

दैनिक जीवन में भोजन कब, कैसा और किस प्रकार लेना चाहिए पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। वहीं, ज्योतिषाचार्य राजकमल चक्रपाणि ने कहा कि मीमांसा दर्शन में गृहों की भी एक प्रवृति होती है। विभिन्न राशियों के विभिन्न गृहस्वामी होते हैं। यदि मानव के आहार विहार उनके विरुद्ध हैं तो शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

वरिष्ठ वक्ता आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. आरसी शर्मा ने कहा कि दैनिक दिन चर्या में खराब खानपान सुंदर जीवन को बर्बादी की ओर धकेल रहा है। उन्होंने योग और प्राणायाम के माध्यम से शरीर को स्वस्थ रखने के टिप्स दिए। संचालन जिला समन्वयक डॉ. मनोज श्रीवास्तव ने किया। वहां पर डॉ. शीतल अरोरा, डॉ. वंदना सिंह, डॉ. गीता मेहरा, डॉ. रंजना, डॉ. मंगला, दीपक शर्मा, आदेश कुमार, कौशलेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।